नागपुर: शहर के ही साथ सारे राज्य को दहलाकर रख देने वाले युग चांडक हत्याकांड को अंजाम देने वाले नाबालिक आरोपी पर शुरू मामले की अंतिम सुनवाई गुरुवार को बाल अदालत में होगी। युग के पिता को डॉ मुकेश चांडक को उम्मीद है की सुनवाई के बाद अदालत ऐसा फ़ैसला देगी जिससे की नाबालिको में अपराध न करने का भय पैदा होगा। बाल अदालत में न्या सुरेखा बोरकर की पीठ के समक्ष यह सुनवाई होगी।
1 सितंबर 2014 को शहर के वर्धमान नगर में रहने वाले मासूम युग चांडक को अपार्टमेंट के बहार से अगवा कर राजेश धनलाल दवारे और अरविंद अभिलाष सींग ने उसकी निर्घृण हत्या कर दी थी। युग को अगवा करने के बाद दो बार उसके घर फिरौती के लिए फ़ोन भी किया गया था। जिसके बाद दो सितंबर को लोणखैरी से उसका शव बरामद हुआ था। इस मामले के दोनों आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई गई थी। हाईकोर्ट ने भी निचली अदालत की फांसी की सज़ा को बरक़रार रखा था।
वारदात के वक्त एक आरोपी के नाबालिक होने की वजह से बचाव पक्ष मामले को बाल अदालत में ले गया जिस पर गुरुवार को अंतिम सुनवाई होगी।