जिनपर लोगों में जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी उनके ही कार्यालय में गंदगी का आलम
वर्धा के समुद्रपुर तहसील ऑफिस का हालबेहाल
समुद्रपुर – जिनपर आम लोगों को सफाई के बारे में जानकारी देने का और जागरुकता लाने की जिम्मेदारी है और समय समय पर स्वच्छता के लिए हाथों में झाड़ू लेकर सफाई करने की फोटो भी खिचवाते है. उन्ही के ऑफिस में अगर गन्दगी हो, तो थोड़ा अजीब लगता है. हम बात कर रहे है वर्धा जिले के समुद्रपुर तहसील कार्यालय की. इस तहसील ऑफिस में किसी भी तरह की कोई सफाई नहीं है. तहसील ऑफिस में पहुँचते ही, फर्श पर इतनी धूल और मिटटी है, मानों किसी ने इस तहसील कार्यालय में कई महीनों से झाड़ू नहीं लगाया है.
इस पुरे ऑफिस में खिड़कियों से लेकर बाथरूम के बाहर खर्रे और पान खाकर थूकने से पूरी दीवारें रंगी हुई है. जहाँपर महिलाओ का शौचालय है, वहां इतनी गन्दगी है की महिलाएं वहां पर जाने में भी कई बार सोचेगी. यहां पर तहसील कार्यालय में आनेवाले लोग भी बाथरूम गंदे होने की वजह से बाहर प्रांगण में ही खुले में पेशाब करते है. बाहर किसी भी तरह की पाइपलाइन नहीं है. जो पाइपलाइन जोड़ी गई है, वो सीधे खुले में है. इसका गंदा पानी सीधे प्रांगण में ही जाता है. प्रांगण में भी सफाई को लेकर कोई कर्मचारी दिखाई नहीं दिया. तहसील कार्यालय का कार्यालयीन कागजी कचरा जगह जगह पर जमा दिखाई देता है.
जहां शहरी भाग में कोरोना को लेकर लोगों के मन में डर बैठ चूका है. यहां किसी भी तरह का डर नहीं देखा गया है. बहोत कम लोगों के मुंह पर मास्क, सैनिटाइजर का उपयोग भी इस तहसील ऑफिस में नहीं दिखाई दिया है.
इस ऑफिस में जगह जगह पर नोटिस लगाए गए है की खर्रा और पान खाकर तहसील ऑफिस में आने पर 200 रुपए फाइन लिया जाएगा.लेकिन किसी भी तरह की कोई भी सख्ती यहां दिखाई नहीं देती. समुद्रपुर के इस तहसील ऑफिस में काफी गंदगी फैली हुई. इसको लेकर तहसीलदार सजग नहीं होने से लोग कार्यालय के भीतर ही गंदगी कर रहे है और समुद्रपुर तहसील कार्यालय नोटिस लगाकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है.