Published On : Sat, Oct 24th, 2020

अश्विनी इंफ़्रा – डीसी गुरुबक्षाणी को बचाने जाँच समिति का शिगूफा

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– RTI ACTIVITIST ने पूर्ण सबूत पेश करने बाद सीधी कार्रवाई करने के बजाय मामले को ठंडा करने की कोशिश,सक्रीय सभी लाभार्थी सह पक्ष

नागपुर : NAGPUR TODAY ने CEMENT ROAD फेज-2 में हुए टेंडर घोटाले सह भुगतान में हेराफेरी का मामला प्रकाश में लाया।समय-समय पर अबतक 4 पत्र सह सबूत STATE URBAN DEVELOPMENT DEPARTMENT के PMO,PRINCIPAL SECRETARY,MAYOR,NMC COMMISSIONER,STANDING COMMITTEE CHAIRMAN,CHIEF ENGINEER,SUPRETENDENT ENGINEER,CAFO,EXECUTIVE ENGINEER को दिया गया.इस पत्र में मांग भी स्पष्ट थी कि सम्बंधित ठेकेदार कंपनी ASHWINI INFRA – D C GURUBAKSHANI को BLACKLIST करें और उक्त धांधली में शामिल सभी अधिकारियों को निलंबित करें। इसके बाद महापौर संदीप जोशी के निर्देश पर मनपायुक्त RADHAKRISHAN B का समिति गठन का वक्तव्य संदेह के घेरे में नज़र आ रहा.जाँच में गड़बड़ी पूर्व RTI ACTIVITIST न्यायालय में जाने के लिए तैयारी शुरू कर दी हैं.

NAGPUR TODAY के प्रतिनिधि को RTI ACTIVITIST मनपा के विवादित अधिकारी SUPRITENDENT ENGINEER MANOJ TALEWAR हैं.इसी कारण कागजी सबूत जमा करते-करते 3 माह से अधिक बीत गए.अभी तक 80% ही कागजात हाथ लगे.इन 3 माह में RTI ACTIVITIST ने 4 पत्र सह उपलब्ध दस्तावेज प्रस्तुत कर टेंडर नियमानुसार कार्रवाई की मांग की,आज तक एक भी पत्र का जवाब नहीं दिया गया और न ही मौखिक सूचित किया गया.

 

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उक्त मामले को लेकर आज शहर के प्रमुख अख़बार में खबर प्रकाशित हुई कि महापौर के निर्देश पर मनपायुक्त राधाकृष्णन बी ने जाँच समिति गठित की.अर्थात मनपा प्रशासन 3 माह से सो रहा था.जाँच समिति कब और किसके नेतृत्व में गठित हुई,कितने समय में यह जाँच रिपोर्ट पेश करेंगी,इसका कोई स्पष्टता नहीं की गई.

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मनपा परंपरा रही हैं कि जब किसी मामले में सब दोषी होते हैं तब जाँच समिति का गठन कर मामला की गर्माहट को ठंडा करने की कोशिश की जाती हैं.ऐसा ही कुछ अश्विनी इंफ़्रा – डीसी गुरुबक्षाणी ठेकेदार समूह को बचाने के लिए की गई हैं.

D C Document

प्रशासन का कारभार इतना साफ़-सुथरा होता तो वे सबूतों सह कागजों के आधार पर अश्विनी इंफ़्रा – डीसी गुरुबक्षाणी को BLACKLIST कर सम्बंधित अधिकारियों को घर बैठाकर जाँच शुरू किये होते लेकिन ऐसा करने की हिम्मत जुटाने के लिए भी हिम्मत चाहिए ?

4 % के लाभार्थी सक्रीय
अश्विनी इंफ़्रा – डीसी गुरुबक्षाणी की ओर से मनपा को संभालने वाले के अनुसार इस समूह ने ठेका प्राप्ति और अंतिम भुगतान के पूर्व तक अड़चन को निपटने के लिए मनपा स्थाई समिति मार्फ़त टेंडर की कुल कीमत का 4% दान में दिए.इसके प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष लाभार्थी के कारण उक्त घोटाले की जाँच में बाधा आ रही,फ़िलहाल इन्हीं लाभार्थियों के मार्फ़त इस मामले को दबाने की जी-तोड़ कोशिश की जा रही.

 

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DC से सीधी बात कर उन्हें UPDATE कर रहे TALEWAR
SUPRITENDENT ENGINEER MANOJ TALEWAR जब EXECUTIVE ENGINEER थे तब उक्त घोटाले को सफल अंजाम देकर उन्हें ठेका दिया गया था,तब आये दिन TALEWAR को डीसी गुरुबक्षाणी के NEW COLONY स्थित SAINATH नामक ईमारत जो उनका कार्यालय हैं,वहां बैठे देखा जाता था.ठेकदार समूह ने TALEWAR सह अन्य अधिकारी-पदाधिकारी,स्थानीय नगरसेवक को चुनाव में अंदाजन 1% बाँट चुके हैं. अश्विनी इंफ़्रा – डीसी गुरुबक्षाणी की धांधली का मामला उठते ही उन्हें समय-समय पर UPDATE करते रहने की जानकारी मिली हैं,TALEWAR के निर्देश पर उनके सहायक हैरी RTI ACTIVITIST द्वारा प्रस्तुत किये गए कागजातों/पत्र व्यवहारों का ज़ेरॉक्स डीसी गुरुबक्षाणी के प्रमुख OM/RAJU तक पहुंचा रहे हैं,अर्थात मनपा का कर्मी किसी विवादास्पद ठेकेदार कंपनी के लिए इतनी RISK क्यों उठा रहा,कहीं यह भी लाभार्थी तो नहीं ?

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उल्लेखनीय यह हैं कि NAGPUR TODAY के समाचार सीरीज को मनपा स्थाई समिति में बैठ सेटलमेंट करने वाला ( आज अपने मूल विभाग में हैं ) वह GOSSIP बतला रहा.जबकि जब तक यह स्थाई समिति में था तब तक शिवाय सेटलमेंट के और कुछ नहीं किया करता था.इन्हीं के मार्फ़त पार्टी फंड के नाम पर स्थाई समिति के सदस्यों का कमीशन किसी विशेष पक्ष के सम्बंधित तक पहुँचाया जाता था,आज भी डीसी गुरुबक्षाणी और मनोज तालेवार को मार्गदर्शन कर रहा !

 

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उक्त मामले में जाँच के नाम पर मामला दबाने की कोशिश की जाने वाली हैं,इसकी सुगबुगाहट से RTI ACTIVITIST न्यायालय जाकर न्याय की गुहार करने की तैयारी में जुट गया हैं.इससे होने वाली नुकसान के जिम्मेदार मनपा प्रशासन की होंगी।