Published On : Wed, May 26th, 2021

शहरवासियों ने उठाया शून्य छाया दिवस का लुत्फ़

Advertisement

नागपुर: नागपुर के लोगों ने बुधवार को शून्य छाया दिवस का अनुभव किया. ठीक 12.10 बजे छाया शून्य हो गई और लोगों की परछाई उनके ठीक पैरों के नीचे आ गई. कहा जाता है कि सब कुछ पीछा छोड़ती है लेकिन परछाई कभी आपका पीछा नहीं छोड़ती. खगोलविदों ने शहरवासियों को यह अनुभव कराया कि छाया भी कुछ समय के लिए साथ छोड़ देती है.

कई खगोलविद और छात्र यह अनुभव करने के लिए अपने अपने घर के आंगन और छत में गए क्योंकि कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण उन्हें बाहर जाने से मनाई थी. किसी ने अपनी परछाई की जाँच की तो किसी ने कोई वस्तु को धूप में 90 डिग्री कोण पर खड़ा करके इस प्रयोग का अनुभव किया. नागपुर शहर के साथ-साथ कमाठी में भी दोपहर 12.10 बजे और हिंगाना में दोपहर 12.12 बजे ‘शून्य छाया’ का अनुभव किया गया.

रमण विज्ञान केंद्र की ओर से फेसबुक लाईव का आयोजन:

स्कूल कॉलेज बंद होने के कारण और कोरोना महामारी के चलते लागू लाॅकडाऊन के चलते यह घटना का पूर्ण रूप से आनंद नहीं लिया जा सका. केवल रमण विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकनों द्वारा एक फेसबुक लाईव कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को इस भौतिक घटना के बारे में जानकारी दी गई.

केंद्र के तकनीकी अधिकारी महेंद्र वाघ, शिक्षणाधिकारी विलास चौधरी ने भी इस पहल में हिस्सा लिया. इस भौतिक घटना को बेहतर समझने के लिए केंद्र के उद्यान में विविध आयोजन किए गए थे. दोपहर 12.10 बजे इस घटना का कई लोगों ने अनुभव किया. यह घटना क्यों घटती है, और भौतिकशास्त्र के दृष्टकोण से इसके महत्त्व पर चौधरी ने प्रकाश डाला और उन्होंने छात्रों के सवालों का जवाब भी दिया. इस घटना के पीछे रहस्य को समझकर कई विद्यार्थियों ने अपने अपने घरों में भी इसका प्रयोग किया.

नागपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सूर्य के संक्रमण और अक्षांश-देशांतर के कारण, यह खगोलीय घटना दो दिन तक अनुभव की जाएगी. 27 मई को मौदा ( दोपहर 12.09 बजे), रामटेक, पारशिवणी (दोपहर 12.10 बजे), सावनेर (दोपहर 12.11 बजे) व काटोल (दोपहर 12.13 बजे) और इसी तरह 28 मई को नरखेड तालुका में (दोपहर 12.13 बजे) अनुभव किया जाएगा. यह योग 17 जुलाई को भी है. लेकिन आज यह कहना मुश्किल है कि बारिश के दिनों में नागरिक इसका कितना लुत्फ उठा पाएंगे.