यवतमाल। यवतमाल जिला विविध 10 प्रमाणपत्र देनेवाला राज्य में अव्वल ई-डिस्ट्रीक्ट बनने की जानकारी जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल ने दी है. इसमें आयप्रमाणपत्र, निवासपमाणपत्र, अधिवास, एैपत्य (सालवंन्सी), जेष्ठ नागरिक, जन्म प्रमाणपत्र, मृत्यु प्रमाणपत्र, वारिस प्रमाणपत्र, साधा शपथ पत्र, अल्प भूधारक प्रमाणपत्र का समावेश है. अबतक विधानसभा चुनाव के बाद 70 हजार प्रमाणपत्र यवतमाल जिले ने दिए है तो 49 हजार प्रमाणपत्र देनेवाला धुलिया जिला दूसरे नंबर पर है.
इस दिसंबर माह में 48 हजार प्रमाणपत्र यवतमाल जिले ने दिए है, ऐसी भी जानकारी उन्होंने दी है. अब डिजीटल हस्ताक्षर से यह प्रमाणपत्र दिए जा रहें है. चावड़ी योजना में 16 में से 4 तहसीलों के 7/12 और खेती संबंधित कागजात का काम पूरा हुआ है. जनवरी माह में बाकी 12 तहसीलों का काम होने का आश्वासन भी उन्होंने दिया. वे नववर्ष की पूर्वसंध्या पर बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे. विजन डाक्युमेंट मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा. जिससे जिले में विकासात्मक योजनाओं को कार्यान्वित किया जा सकेगा. 300 गांवों में जलयुक्त शिवार (जलवृद्धि) योजना का काम वर्षा के पहले किया जाएंगा. जबकि तवाले यह 300 गांवों को प्राथमिकता दी जाएंगी. दारव्हा और वणी नगर परिषद जलकिल्लत के मामले में दयनीय हालत है. 2148 में से यह 300 गाव चुने गए है. इसके लिए संबंधित एसडीओ की अ यक्षता में समिति बनाई गई है. जिसमें लोकप्रतिनिधि की सहायता ली जा रही है.
इस संवाददाता सम्मेलन में अतिरिक्त जिलाधिकारी लक्ष्मण राऊत, प्रभारी जिला सूचना अधिकारी मंगेश वरकड़, तहसीलदार राजेश अड़पावार आदि उपस्थित थे.