जिलाधिकारी, सीईओ से की पुछताछ
यवतमाल। जिला परिषद के चार संवर्ग के पदो के लिए ली गई भरती प्रक्रीया की लिखित परीक्षा की उत्तरतालीका औरंगाबाद के आर्थिक अन्वेषण पथक ने पकड़ी थी. जिसमें सहाय्यक विक्रीकर आयुक्त खामनकर समेत 11 को गिरफ्तार किया था. इस मामले में कल शाम को औरंगाबाद पुलिस का दल फिर यवतमाल पहुंचा. उन्होंने जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल समेत प्रभारी सीइओ शरद कुलकर्णी से मिलकर पुछताछ की. घंटो चली पुछताछ के बाद इस पुलिस ने कागजी खानापुर्ती की है. इन दोनो अधिकारियों को लिखित सवाल देकर उनके जवाब मांगे गए है.
औरंगाबाद वित्तीय गुनाह इकाई के पीआई मधुकर सावंत का दल यवतमाल पहुंचा. उन्होने यवतमाल मे मुकाम किया है. जिलाधिकारी समेत चार लोगों के बयान उन्होंने दर्ज किए है. पहलीबार छुट्टी होने के कारण पीआई सावंत जिलाधिकारी के घर पहुंचे थे. मगर अबकी बार वे जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे. जहा उन्होंने महिवाल से मिलकर उन्हे लिखित पत्र दिया. इस पत्र में पेपर फुटने से लेकर संबधित सवालों की सुचि थी. जिसका जबाब लिखित रूप से मांगा गया है. पिछली बार भी यही सवाल किए गए थे. मगर गत एक माह के भितर यह जबाब उन्हे नहीं मिले थे.
शितसत्र में उछलनेवाला है मामला
पेपर फुटने का मामला शितसत्र में नागपूर अधिवेशन में उछलनेवाला है, जिसकी तैयारी के फलस्वरूप सावंत यहां पहुंचे है. यहा से वे औरंगाबाद के स्थान पर नागपूर भी जा सकते है. पेपर फुटने के मामले जिला परिषद के प्रभारी सीईओ शरद कुलकर्णी से मिलकर लगभग दो घंटे तक उनके केबिन में ही दरवाजा बंद चर्चा हुई. जिसके बाद लिखीत सवालो का पत्र भी कुलकर्णी को दिया गया. उसका पत्र ही जिलाधिकारी को भी दिया गया. उल्लेखनिय है कि यवतमाल के हरिभाऊ राठोड और अमरावती के रवी राणा समेत 9 विधायको ने यह मामला शीतसत्र में ध्यानाकर्षण मुद्दे के तौर पर उठाया है. जिससे पुलिस भी अपनी ओर से कोई कसर बाकी नही रख रही है.
