नकली जेवर समझकर गाववालों को बेचा
सारे गाव में पुलिस ढूंढ रही है खरीददार को
सावंददाता / बीरेंद्र चौबे
यवतमाल। दिग्रस तहसील के अडसूल गाव में रापनी की बस में सवार एक व्यक्ति ने सोने के जेवर से भरी दो बैग खिड़की से रास्ते से सटे खेत में फेंक दी. इस समय खेत में उपस्थित व्यक्ति ने वह दोनों बैग उठाकर घर ले गया. खोलकर देखा तो उसमें जेवर दिखाई दिए. मगर इस व्यक्ति को यह कल्पना नहीं थी कि, सभी जेवर असली है.
उसने यह जेवर गाववालों को 50 से 100 रुपए में बेच दिए. जिसके बाद उसके पास थोड़े से गहने बचे थे. उन गहनों को बारकाई से देखने के बाद उसे संदेह हुआ कि यह गहने असली तो नहीं. जिससे उसने उन गहनों की जांच करवाई. जिसके बाद उसे पता चला कि सभी गहने असली है तो वह फौरन दौड़ा-दौड़ा गाव पहुंचा. जिन-जिन को यह गहने बेचे थे, उन सबसे बहना बनाकर कि जिनके गहने थे, उन्हें वापस लौटाने है. इसलिए दे दो मगर गाववाले भी उस व्यक्ति से होशियार निकले उन्होंने वह गहने लौटाने से इन्कार कर दिया. जिससे यह बात पूरे गाव से होते हुए दिग्रस थाने पहुंची. जिसके बाद थानेदार देशमुख ने इस मामले में संबंधित व्यक्ति और अन्य एक को पूछताछ के लिए बुलाया. समाचार लिखे जाने तक पूरे गाव में खरीददार व्यक्तियों को ढूंढा जा रहा है, पुलिस चप्पा-चप्पा छान रही है. इतना ही नहीं तो इसकी जानकारी जिला पुलिस अधीक्षक अखिलेश सिंह को दे दी है, ऐसा थानेदार देशमुख ने बताया.
जैसे ही खरीददार गाववालों को सोने के जेवर असली है, यह पता चला तो वे भी उसे रफा-दफा करने के लिए गाव से बाहर चले गए है. जिस व्यक्ति ने यह बैग फेंकी थी, वह कौन था? उसके पास इतने ढेर सारे जेवर कहा से आये? आदि के सवाल अब भी पुलिस के सामने है. अभीतक किसी की गिरफ्तारी इस मामले में नहीं हो पाई है. इस मामले में अब कोई जानकारी जिलास्तर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी देंगे, ऐसा भी बताकर थानेदार जानकारी देने से बचते रहें.

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