नागपुर: सृष्टि के सौंदर्य को संरक्षित रखना मानवता का कर्तव्य है, और यह हमारे कार्यों के माध्यम से पूरा किया जाना चाहिए ताकि पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीवों का संरक्षण हो सके और वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा को सच्चे अर्थों में स्थापित किया जा सके, यह बात विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि क्षितिज इंगले ने कही।
लिबरल एजुकेशन सोसायटी, नागपुर द्वारा संचालित हडस हाई स्कूल एवं जूनियर कॉलेज तथा टू महाराष्ट्र सिग्नल कंपनी, एनसीसी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित कार्यक्रम में निसर्गमित्र क्षितिज इंगले, बोर्ड सदस्य, हडस हाई स्कूल नागपुर एलुमनाई एसोसिएशन नागपुर उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान, पर्यवेक्षक अजय लाबडे ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, “प्रत्येक विद्यार्थी अपनी जिम्मेदारी पहचाने और प्रदूषण मुक्त वातावरण बनाने का प्रयास करें, क्योंकि प्रकृति स्वस्थ रहेगी तभी मानव जाति का कल्याण होगा।”
राष्ट्रीय छात्र सेना के एसोसिएट एनसीसी अधिकारी डॉ. सुशील सोपानराव वंजारी ने कैडेट्स द्वारा अब तक की गई विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी और उम्मीद जताई कि कैडेट्स समाज के मार्गदर्शक के रूप में अपनी भूमिका निभाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि स्वच्छ भारत अभियान, वृक्षारोपण अभियान और अन्य पहलों के बारे में जागरूकता फैलाकर कैडेट्स आदर्श नागरिक बनेंगे।
अतिथियों का स्वागत एल.सी.पी.एल. रूद्र पाटिल ने किया, जबकि पर्यवेक्षक अजय लाबडे ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। संगीत शिक्षिका श्वेता टिकले ने “पृथ्वी संवर्धन” गीत प्रस्तुत किया, और रमेश राठौड़ ने पट्टिका लेखन कर श्रोताओं की सराहना प्राप्त की।
छात्र प्रतिनिधि कैडेट निधि गावंडे और कैडेट कुलदीप तायवाड़े ने अपने विचार व्यक्त किए। कैडेट रितुराज केंद्र ने सामूहिक रूप से पृथ्वी संरक्षण की शपथ प्रस्तुत की, जबकि कैडेट दिता अकनूरवार ने भरतनाट्यम नृत्य प्रस्तुति से दर्शकों का मनोरंजन किया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण छात्र सैनिकों द्वारा बनाई गई पृथ्वी संरक्षण पेंटिंग और पेपर बैग प्रदर्शनी रही। लिबरल एजुकेशन सोसाइटी के सचिव निलेश साठे ने इस पहल की सराहना की। कर्नल अंकुर भटनागर ने छात्र सैनिकों का अभिनंदन किया।
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पूर्व छात्र एवं छात्राएं भी शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन सार्जेन्ट अम्बरोली चेंडके ने किया।