ईराक: दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन ISIS के सरगना अबू बक्र अल-बगदादी को सीरिया में गिरफ्तार किए जाने की ख़बर है. यूरोपीय सुरक्षा और सूचना विभाग के महासचिव कार्यालय से निकली सूचना की माने तो आतंक के इस सरगना को जिंदा पकड़ लिया गया है. कुछ दिन पहले बगदादी ने एक भाषण दिया था, जिसे उसका विदाई भाषण माना गया था. उसमें उसने अरब के बाहर से आए ISIS के लड़ाकों को आदेश दिया है कि वे अपने वतन लौट जाएं या खुद को बम से उड़ा लें.
बगदादी दुनिया में दहशत और दरिंदगी का एक जीता-जागता पुतला है. इसके इशारे पर पिछले ढाई सालों से अनगिनत लोग मौत के घाट उतारे जा चुके हैं, लेकिन मौत, मौत में भी फर्क होता है. बगदादी अपने दुश्मनों को जैसी मौत देता है, वो इंसानी सोच से परे है. इराक और सीरिया की रेतीली ज़मीन से होते हुए मौत इतने खौफनाक तरीके दुनिया तक पहुंचे, जितने न कभी देखे गए और न कभी सोचे गए. आइए जानते हैं, बगदादी और उसके आतंकियों द्वारा दी जाने वाली मौत के तरीकों के बारे में.
19 जून, 2016, राक्का, सीरिया, ISIS के जुल्मो-सितम के इतिहास में ये शायद अब तक का सबसे काला दिन था, क्योंकि इस रोज ISIS ने महज़ चार साल की एक बच्ची का सिर कलम कर दिया. वैसे तो ISIS की दरिंदगी की कोई इंतेहा ही नहीं, लेकिन फिर भी इतनी छोटी सी बच्ची का सिर कलम करने के पीछे आख़िर कौन सी वजह हो सकती थी? तो इसका जवाब है, उसकी मां का अल्लाह के नाम पर कसम खाना. बच्ची अपनी मां के साथ घर से बाहर निकल आई थी.
उसकी मां उसे घर भेजना चाहा, लेकिन तैयार नहीं थी. वो जिद करने लगी. तब मां ने गुस्से में अल्लाह की कसम खाते हुए ये कहा कि अगर वो घर नहीं गई तो वो उसका सिर काट देगी. बस, इतनी सी बात आतंकवादियों के कानों में पड़ गई. फिर तो आतंकवादियों ने उस मां को ही बच्ची का सिर काटने के लिए कहा, लेकिन जब वो इसके लिए राज़ी नहीं हुई, तो आतंकवादियों ने खुद ही बच्ची का सिर काट डाला और उसकी मां के हाथ उसके खून से सान दिए. इसके अलावा ISIS ने 25 जुलाई 2014 को जब पहली बार एक साथ 75 सीरियाई फौजियों का सिर कलम किया था, तो दुनिया चौंक गई थी. ये सिलसिला अब भी जारी है. दरिंदगी की सारी हदों से आगे निकल कर इस आतंकवादी संगठन ने नामालूम कितनों को ऐसे ही सिर में गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया और अपने दुश्मनों के साथ उसका ये सुलूक अब भी चल रहा है.