Published On : Wed, Apr 19th, 2017

टू विल्हर की लाइन ऑटो चालकों की दादा गिरी

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नागपुर: शहर में मेट्रो रेल का कार्य कई स्थलों पर एक साथ तल रहा है। इसी तरह का काम मुंजे चौक से आनंद टॉकीज के बीच चल रहा है। इस मार्ग पर यातायात को परिवर्तित मार्गों से चलाया जा रहा है। यहां यातायात पुलिस विभाग से लेकर मेट्रो की ओर से भी ट्राफिक वार्डन लगाए गए हैं। बावजूद इन सारी व्यवस्थाओं को ठेंगा दिखाते हुए आटो चालक धड़ल्ले से फर्राटा भरते हैं। ये सारे उल्लंघन पुलिस और मेट्रो प्रशासन की आँखों के सामने होती है। रोक टोक के आभाव में आटोचालकों की ना केवल होसले बढ़ते जा रहे हैं बल्कि टोकने पर राहगीरों से मुहजोरी और बदतमीज़ी करने से भी गुरेज नहीं करते। असी का परिणाम है कि दो पहिया वाहनों के निकलने भर की बची जगह से भी ऑटो चालकों को कट मारते और विपरीत दिशा में भागते देखा जा सकता है।

इस मार्ग पर लगे यातायात के प्रतिबंध से हो रहे नुक़सान को देखते हुए परिसर के दुकानदारों के विरोध के बाद दुपहिया वाहनों के लिए थोड़ी बहुत जगह छोड़ी गई थी। लेकिन यहां से दुपहिया वाहनों के साथ ही ऑटोचालक भी रोजाना अपने ऑटो इसी संकरे मार्ग से करना जारी रखा। जिसके कारण रोजाना इस सड़क पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई रहती है।


जहां काम चल रहा है वहां बाकायदा मेट्रो योजना की ओर से फलक भी लगाया गया है जिसमें स्पष्ट तौर पर मार्ग पर दो पहिया वाहनों को ही मार्ग में प्रवेश की छूट देने की सूचना फलक लगाई दई है। लेकिन शहर के ऑटोचालकों की दादागिरी के कारण रोजाना यहां आम नागरिकों को मुसीबतो का सामना करना पड़ता है.

हालांकि मेट्रो की ओर से यातायात को सुचारु करने के लिए उन्होंने अपने कर्मियों को लगाया है। लेकिन जब यह ऑटोचालकों को संकरी गली में से वाहन लेकर जाने से रोकते है तो ऑटोचालक झगड़े पर उतारू हो जाते हैं।जिसके कारण यह कर्मी भी कुछ नहीं कर पाते.