नागपुर: महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए नागपुर शहर में जी-20 के तहत आयोजित सी-20 सम्मेलन में महिलाओं की महत्वपूर्ण भागीदारी देखने को मिली। शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले भारत सहित 26 देशों के कुल 357 प्रतिनिधियों में से 164 महिलाएं थीं। माता अमृतानंदमयी ने सी-20 सम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर जोर देकर कहा कि दुनिया की प्रगति के लिए महिलाओं की भागीदारी जरूरी है। इस कथन का परिचय नागपुर में सी-20 सम्मेलन में महिला प्रतिनिधियों की उल्लेखनीय उपस्थिति में देखने को मिला।
सी-20 शिखर सम्मेलन वैश्विक चिंता के मुद्दों पर जी-20 नेताओं के साथ बातचीत करने के लिए नागरिक समाज संगठनों के लिए एक आधिकारिक मंच है। सी-20 सम्मेलन में कई महिला प्रतिनिधियों की उपस्थिति लैंगिक असमानता और निर्णय लेने की प्रक्रिया में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी पर प्रकाश डालती है। सम्मेलन में महिलाओं की आवाज़ और दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व किया गया, जिसने पूरी दुनिया को प्रभावित किया।
नागरिक समाज अध्यक्ष माता अमृतानंदमयी के साथ नागपुर में सी-20 सम्मेलन में भाग लेने वाली उल्लेखनीय महिलाओं में अमेरिका से क्लिंटन हेल्थ एक्सेस इनिशिएटिव की डॉ. एंडी कार्मन, ब्राजील में ट्रोइका सदस्य और गेस्टोस की श्रीमती एलेक्जेंड्रा निलो शामिल थीं। नीदरलैंड के एक पर्यावरण प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ डॉ मर्ले डी क्रुक, इंटेल कॉर्पोरेशन के निदेशक एलिसन लेन रिचर्ड्स, आईसीपीसी ग्लोबल फाउंडेशन डेवलपमेंट डायरेक्टर वर्निका सोबोलेवा, स्वामी विवेकानंद केंद्र उपाध्यक्ष और सी-20 संचालन समिति सदस्य निवेदिता भिडे, पीपुल्स वर्ल्ड कमीशन बाढ़ एवं सूखा पर आयुक्त इंदिरा खुराना, डॉ. प्रिया नायर, अमृता विश्वविद्यालय की डॉ. मनीषा सुधीर, सत्संग फाउंडेशन के राष्ट्रीय समन्वयक वासुकी कल्याणसुंदरम आदि शामिल थे।


