उमरखेड (यवतमाल)। सैकड़ों वर्षों से भारतीय परिवार व्यवस्था मजबूत करने वाली स्त्री ने 21 वी सदी में उद्योग व्यवसाय का जाल फैलाकर आत्मनिर्भर बने ऐसा प्रतिपादन पूर्व विधायक शोभाताई फडणवीस ने किया. वे जागतिक महिला दिवस के अवसर पर यहां के वनिता विकास मंडल और ब्राह्मण समाज मंगल कार्यालय में शनिवार 7 को आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे. इस कार्यक्रम के अध्यक्षता में नगराध्यक्षा उषा आलट थी वहीं कल्पना पाण्डे, किर्ती साधु की प्रमुख उपस्थिति थी.
आगे शोभा फडणवीस ने कहां कि परिवार का उत्कृष्ट नियोजन करने वाली महिला अब बजट गट आंदोलन के माध्यम से घर के बाहर निकली है. लेकिन बचत गट स्थापन करके इस उद्योग का उत्कृष्ट व्यवस्थापन, मार्केटिंग और गुणवत्ता वस्तुओं की उत्पादकता बढाकर महिला आत्मनिर्भर बने यही 21 वी सदी की जरुरत है. महिला उत्कृष्ट विज्ञापन और मार्केटिंग कर सकती है. महिलाएं किसी भी क्षेत्र में अपना नाम उचा कर सकती है. इस शक्ती का इस्तेमाल करके उद्योग से समृद्ध समाज की निर्मिति करे. महिलाओं ने जात, पात, धर्म में खुद को बांधकर ना रखे. सृष्टि के सभी महिलाओं की एक ही जात है और वो है “स्त्री”. ऐसा प्रतिपादन शोभा फडणवीस ने किया.