नागपुर: राजनीति में आने ये पहले कई लोग समाज के विकास की बाते करते हैं. लेकिन चुनाव जीत कर आने के बाद अपनी औलादें और सगों के लिए टिकट माँगते हैं. इसस वंशवाद शुरू होता है. लेकिन मैं और मुख्यमंत्री फडणवीस हर तरह के वंशवाद से दूर हैं. यह बात केंद्रीय सड़क परिवहन, महामार्ग और जहाजरानी मंत्री नितीन गडकरी ने नागपुर में आयोजित गोर बंजारा समाज द्वारा आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही.
उन्होंने कहा कि इसका प्रमाण यह है कि फडणवीस की बेटी बहुत छोटी है और मेरे परिवार में कोई राजनीति में आनेवाले लिए तैयार नहीं.
उस सम्मेलन में गोर बंजारा समुदाय के दूर दराज़ से समाज बंधू पहुँचे हुए थे. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के पिता भले ही राजनीति में थे लेकिन वे अपने बेटे को राजनीति में नहीं लाना चाहते थे. देवेंद्र को राजनीति में लाने के लिये उनके पिता से हमें प्रार्थना करनी पड़ी थी.
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के पिता के नेतृत्व में उन्होंने बहुत काम किया, लेकिन उन्हें अपने बेटे के लिए कभी टिकट माँगते नहीं देखा. जब देवेंद्र के पिता बीमार थे, तब वे छोटू भइया नारकर के साथ देवेंद्र को राजनीति में आने की मांग करने गए थे.
मनपा चुनाव के लिए टिकट देने की बात पर खुद देवेंद्र और उसकी मां से रुझान जानने की सलाह उन्होंने दी. लोग चुनाव तक समाज का नाम लेते हैं, लेकिन चुनकर आने के बाद अपने बेटे के लिए टिकट की मांग करते हैं.