नागपुर: सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात शहर के निचले इलाकों के लिए कहर बनकर बरपी. रात को 3 से 4 घंटे लगातार हुई तेज बारिश के कारण कई इलाकों में नागरिकों के घरों में पानी घुस गया. शांतिनगर में लोगों के घरों में बारिश का पानी घुसने से लोगों को कुर्सियों पर बैठकर पूरी रात बितानी पड़ी. घर में रखा सारा सामान, कपड़े, अनाज सभी गिला होने की वजह से नागरिकों का काफी नुकसान हुआ है.
शांतिनगर में नागरिक घरों में पानी घुसने की वजह से परेशान है. लेकिन परिसर में महानगर पालिका और नगरसेवकों की ओर से नागरिकों की सुध नहीं ली गई. जिसे लेकर नागरिकों में नगरसेवकों के खिलाफ काफी रोष है. नागरिकों का कहना है कि पानी निकालने और नालियों की सफाई को लेकर अब तक प्रशासन की कोई भी मदद उन्हें नहीं मिली है.
हर वर्ष नागपुर महानगरपालिका नदी नालों की सफाई करने में लाखों रुपए खर्च करती है. लेकिन फिर भी लोगों के घरों में पानी घुसता है. लेकिन सच्चाई यह भी है कि इस बार प्रभागों में नालियों की सफाई मानसून लगने से पहले ठीक से नहीं किए जाने के कारण गटर लाइनें चोक हो गई थीं.
जिसके कारण पानी की निकासी नहीं होने से नागरिकों के घरो में पानी घुस रहा है. नागरिकों ने इसके लिए सीधे तौर पर नागपुर महानगरपालिका और प्रभाग के नगरसेवकों को जिम्मेदार ठहराया है.












