अमरावती। विधानसभा चुनाव दो दिन पर आ गया है. इस अत्यंत संवेदनशील समय में कुछ सांप्रदायिक शक्तियोंने पीत पत्रकारिता का आधार लेकर मतदाताओं के मन मे भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के प्रबल उम्मीदवार रावसाहब शेखावत के विकास कार्य के प्रती अपप्रचार कर अपनी हिनवृत्ती का परिचय दिया है.
रावसाहब के विकास कार्य का परचम संपूर्ण अम्बानगरी में लहरा रहा है. सारा जनमानस अमरावती शहर को एक ‘मॉडेल सिटी’ बनाने का सपना लेकर, चुनाव मैदान में सबसे आगे निकल चुके रावसाहब के पीछे पूरी ताकद से खड़ा हुआ है. विरोधी खेमे में इसकी वजह से मायूसी और हताशा का माहौल फ़ैल चूका है. इसी के फलस्वरूप रावसाहब के विरोधियों ने अमरावती शहर के कुछ समाचार पात्र जो पीत पत्रकारिता के भरोसे ही समाज के शोषण में अग्रेसर है, साथ लेकर अमरावती के विकास कार्य को नजर अंदाज कर मतदाताओं में संभ्रम निर्माण करने की कुत्सित हरकत कर रहे है.
रावसाहब के जैसा निष्कलंक, चारित्र्यसंपन्न, होनहार, सुसंस्कृत एवं विकास पुरूष अमरावती का प्रतिनिधित्व कर रहा है. यह हम सबके लिए गौरव की बात है. शायद यही कारण है की, सांप्रदायिक ताकदों के जात-धर्म की राजनीति से उपर उठकर अम्बानगरी का मतदाता उनके विजयी की दिल से कामना करे लगा है. अपितु यहां के मतदाताओं ने रावसाहब ही अपने अगले विधायक होंगे इसका संकल्प किया है. आज हर गली-मोहल्ले में रावसाहब डंका बज रहा है. विरोधी खेमे के पास उनके विकास कार्य का कोई जवाब नहीं है, इसलिए पीत पत्रकारिता के घिनौने हथकंडे अपनाकर जनमानस को भ्रमित करना चाहता है. लेकिन अमरावती का सुविद्य मतदाता सांप्रदायिक शक्तिओं के इस कुटिल चाल को भुलीभाँति समझ चूका है. विरोधियों के अपप्रचार से आंदोलित नं होते हुए अमरावती के मतदाताओं ने सांप्रदायिकता और पीत पत्रकारिता को करार जवाब देनेके लिए पूरी ताकत से रावसाहेब को जितने का मन बना लिया है. यही तो इस सुसंस्कृत अम्बानगरी की गरमामयी परंपरा है.
15 तारीख का चुनाव में रावसाहब अपने विकास कार्य से सांप्रदायिक शक्ति पर विजयी पताका फहराकर उनके आसुरी मंसुबो का दमन करेंगे. यही तो मानवता की जीत है, और इसे साकार करेगा अमरावती का सुजाण, सुसंकृत एवं सुशिक्षित मतदाता.