Published On : Thu, Aug 29th, 2019

मोरपार (वेकोलि) में जल-व्यवस्थापन से ग्रामीणों एवं वन्य-जीवों को भी राहत

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वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) के उमरेड क्षेत्र की मोरपार परियोजना के पास जल-व्यवस्थापन से आसपास के ग्रामीणों को खेती-किसानी के लिए अब पर्याप्त पानी उपलब्ध होने से उन्हें काफी सहूलियत हो गयी है। कुछ वर्ष पहले की तुलना में, किसानों को धान और गेहूं की फसल उगाने में अब परेशानी नहीं होती और इस व्यवस्था से, जल-स्तर बढ़ जाने से आसपास के कुंओं और चापाकल (हैंडपम्प) में पर्याप्त पानी मिलने लगा है।

नागपुर जिले की उमरेड तहसील से करीब 70 किलोमीटर दूर स्थित वेकोलि की मोरपार परियोजना में रूटीन कोयला-उत्पादन बदस्तूर जारी है। साथ ही, निगमित सामाजिक दायित्व (C.S.R.) को बख़ूबी निभाते हुए कम्पनी द्वारा जल-संकट के मद्देनजर, मिंजरी-मोरपार गांव के पास मोरपार तालाब में, पाइप के जरिये खदान से निःशुल्क पानी छोड़ा जाता है। इस तालाब से करीब 149 हेक्टेयर जमीन की सिंचाई तो सुगमतापूर्वक होती ही है। करीब 1000 आबादी वाले मिंजरी+ मोरपार गाँव के कुंओं और चापाकलों के जल-स्तर में संतोषजनक वृद्धि होने से ग्रामीणों, खासकर महिलाओं को अब पेयजल की अच्छी सुविधा उपलब्ध हो रही है। क्योंकि इस व्यवस्था के पूर्व महिलाओं को ही दूर से पानी लाना पड़ता था।

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मोरपार ग्राम पंचायत के उप सरपंच श्री नानाजी लहानु दोडके से हुई बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि इस इलाके के काश्तकार वेकोलि के बहुत आभारी हैं कि कोयला कम्पनी ने काफी दूर खदान से लाकर पानी तालाब में छोड़ने की व्यवस्था की है। इससे खेती में अब बहुत सुविधा हो रही है और हमारे किसान धान, गेंहू तथा सब्जी-भाजी की अच्छी पैदावार ले पा रहे हैं। वेकोलि ने जनता विद्यालय, मोरपार में कंपाउंड वॉल, गेट और एक चबूतरा भी बनवा दिया, जिससे विद्यार्थी, शिक्षक और अभिभावक भी खुश हैं।

गाँव के 70 वर्षीय बुजुर्ग श्री चिन्दू पांडू दोडके ने वेकोलि प्रबंधन और कर्मियों को इस सहकार के लिए आशीष भी दिया और कहा कि वेकोलि को इसका अन्दाज़ा भी नहीं होगा कि उनलोगों ने हम पर कितना बड़ा उपकार किया है। बातचीत के दौरान श्री दोडके ने बताया कि इंसानों को सहूलियत देने के आलावा कम्पनी ने खदान के पानी को जंगल से गुजरते हुए करीब तीन किलोमीटर तक शेडेगाँव तालाब तक पहुँचाया, जिसे बेजुबान वन्य-प्राणी और अन्य मवेशी भी पी रहे हैं।

युवा कृषक श्री विनोद बापू राव सेरकुरे ने भी कोयला- कम्पनी की इस उदारता के प्रति कृतज्ञता का भाव व्यक्त करते हुए कहा कि पानी की इस सुविधा से हमारी ज़िंदगी अब आसान हो गयी है।

68 वर्ष के दादाजी श्री महादेव रामाजी तोडासे ने उपलब्ध जल-सुविधा पर प्रसन्नता व्यक्त की और वेकोलि परिवार के सदस्यों को इसके लिए भरपूर दुआएं भी दीं। उन्होंने बताया कि वेकोलि का स्थानीय प्रबंधन सदैव हमारे सुख-दुःख में साथ रहता है।

उल्लेखनीय है कि वेकोलि ने इसके पूर्व K 2 K ( कामठी टू कन्हान) योजना के तहत नागपुर क्षेत्र की खदान के पानी को कन्हान वासियों को भी ट्रीट कर निःशुल्क पेयजल उपलब्ध करवाया। साथ ही, खदान के पानी का नीलगाँव वासी खेती में भरपूर उपयोग कर रहे हैं।

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