शौचालय का पाइप निकालने को लेकर पड़ोसी के साथ हुआ था विवाद
नागपुर: हल ही में तीन बहनों की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। उन्हें निर्वस्त्र करने का प्रयास किया गया था। यह बेहद गंभीर घटना होने के बावजूद गिट्टीखदान पुलिस ने असंज्ञेय श्रेणी के तहत मामला दर्ज किया है। बुधवार को आम आदमी पार्टी के स्थानीय पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के साथ पीड़ित महिलाएं पुलिस थाने गई थीं।
पीड़ित महिलाओं में आदिवासी नगर निवासी 3 बहनों का समावेश है। इनमें से दो महिलाएं विधवा हैं और एक अविवाहित है। तीनों बहनें अपने भैया-भाभी के साथ रहती हैं। वे झाड़ू-पोछा करने का काम करती हैं, जबकि उनके भैया-भाभी मजदूरी करते हैं। पड़ोसी चंदन नामक व्यक्ति की एक तीन मंजिला इमारत है। वह मनपा में अस्थाई तौर पर काम करता है। दरअसल चंदन अपने मकान की गडर लाइन पीड़ित बहनों के मकान की छत के ऊपर से ले जाना चाहता था। इसके लिए उसने मनपा के कर्मचारी भी बुलाए थे, लेकिन पीड़ित बहनों ने छत के ऊपर से गडर लाइन डालने के लिए मना कर दिया। इस बात को लेकर अक्सर उनके बीच विवाद होता रहा है और पिछले 2 महीनों में इस विवाद ने विकराल रूप धारण कर लिया।
25 नवंबर को फिर से दोनों गुटों के बीच विवाद हो गया। चंदन और उसकी मां शशिकला बाई ने तीनों बहनों के साथ बहस कर उनकी पिटाई की और उनके साथ बदसलूकी भी की। चंदन ने उनमें से एक पीड़िता को निर्वस्त्र करने की कोशिश भी की। बस्ती के कई लोग मूक दर्शक बनकर इस घटना को केवल देखते रहे, लेकिन किसी ने भी मध्यस्थता कर पीड़ित महिलाओं को बचाने की कोशिश नहीं की। मामला स्थानीय पुलिस थाने के अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया। घटना बेहद गंभीर होने के बावजूद पुलिस ने असंज्ञेय श्रेणी के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस की ओर से दोषियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई करने के लक्षण नज़र नहीं आ रहे हैं। बुधवार की घटना का वीडियो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस बीच आम आदमी पार्टी के स्थानीय पदाधिकारियों के साथ पीड़ित महिलाएं थाने पहुंची। लेकिन उस दौरान भी पुलिसकर्मियों ने थाना-कोर्ट के लगातार चक्कर काटने की बात कहकर पीड़ित महिलाओं को नाउम्मीद किया और अंत में ठोस कार्रवाई करने से पल्ला झाड़ दिया।