पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह
नागपुर- पुलिस की वर्दी देखकर आम नागरिक तो घबराते ही है. लेकिन अपराधी पुलिस को लेकर कितने बेखौफ हो सकते है. इसका जीता जागता उदहारण अभी सामने आया है. एक अपराधी ने पुलिस के वाहन से बाहर निकलकर टिक टॉक वीडियो बनाया. जो अब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. जानकारी के अनुसार अपराधी टीपू सुलतान चौक का निवासी सय्यद मोबिन अहमद है. वह पुलिस की गाडी में बैठकर विडिओ बनाता रहा और सोशल मीडिया में वायरल करके चर्चा में आया. इस विडिओ बनाने के दौरान कही पर भी नहीं लगा कि वह एक अपराधी है और पुलिस से वह डरता है. इस पुरे विडिओ बनाने के दौरान पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है. इस घटना के बाद पुलिस और अपराधियों के दोस्ताना संबंध को भी नकारा नहीं जा सकता.
इस वीडियो में मोबिन खुद को गैंगस्टर नहीं मॉन्स्टर बता रहा है. कोलार गोल्ड फिल्ड (केजीएफ ) फिल्म के प्रसिद्द डायलॉग ‘ गैंग लेकर आनेवाले होते है गैंगस्टर, वह अकेला आता है मॉन्स्टर ‘ ऐसा कहकर मोबिन ने खुद का विडिओ बनाकर सोशल मीडिया में फैलाया. यह विडिओ उसने कोराडी थाने के बिलकुल सामने खड़ी सीआर मोबाइल वाहन नंबर एमएच-31 एजी 9826 में बनाया. उसने कई अलग अलग विडिओ बनाएं. लेकिन पुलिस को इसकी खबर नहीं है. यह विडिओ यह साबित करता है कि आम नागरिक को लेकर पुलिस कितनी सख्त है लेकिन अपराधियों के लिए कितनी लापरवाह.
सय्यद मुबीन शहर में चामा गैंग का मुखिया है. उसके खिलाफ वरोरा, वणी और गिट्टीखदान में हत्या के प्रयास के मामले दर्ज है. उसने इसमें से कुछ हमले पुलिस पर भी किए है. कुछ पुलिस कर्मीयो को उसकी गतिविधियों के बारे में पूरी जानकारी होती है. लेकिन इस अपराधी से दोस्ती होने के कारण उसपर पुलिस हाथ नहीं डालती. इस घटना के बाद एक बार फिर पुलिस की कार्यप्रणाली गुंडों और अपरधियों के साथ किस प्रकार से है इसपर प्रश्नचिन्ह लग गया है.