सालेकसा डिवीजन वन क्षेत्र में सुरक्षित नहीं है बाघ: शिकार को लेकर खाल- नाखून , मूंछ के बाल व अवशेषों के साथ 11 तस्करों को गिरफ्तार कर बिजापुर वन विभाग टीम आगे की पूछताछ हेतु छत्तीसगढ़ ले गई
गोंदिया। गोंदिया जिले के सालेकसा तहसील के शेड़ेपार जंगल इलाके में बाघ का शिकार किए जाने का मामला सामने आया है यहां सुरक्षित वन क्षेत्र में टाइगर का करंट लगाकर शिकार किया गया और शिकारी खाल , नाखून , मूंछ के बाल , हड्डी सामग्री आदि अंगों को बिक्री हेतु अपने साथ उठा ले गए जो गोंदिया वन विभाग की विफलता को उजागर करता है।
चिंताजनक यह है कि उक्त वन क्षेत्र टाइगर के लिए सुरक्षित क्षेत्र माना जाता है और वन विभाग को कोर एरिया में शिकार की खबर तक नहीं लगी क्योंकि छत्तीसगढ़ प्रदेश के बीजापुर वन विभाग टीम द्वारा बरामद की गई पट्टेदार बाघ की खाल ज्यादा पुरानी नहीं बताई जाती है ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि गोंदिया वन विभाग की पेट्रोलिंग टीम जिले के सालेकसा वन क्षेत्र में सक्रिय नहीं है।
बीजापुर वन विभाग टीम 4 तस्करों को गिरफ्तार कर शिकारियों तक पहुंची शिकार किए गए बाघ की खाल और अवशेष छत्तीसगढ़ प्रदेश के बीजापुर वन विभाग टीम को 4 तस्करों के पास से 6 जुलाई को मिले हैं। इस प्रकरण के संदर्भ में बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के बीजापुर जिले में गुप्त सूचना मिलने के बाद वहां पर वन विभाग टीम ने बाघ की खाल और नाखूनों के साथ तस्करों को गिरफ्तार किया था।
रिमांड में पूछताछ के दौरान आरोपियों ने सीमावर्ती गोंदिया जिले से बाघ की खाल लाए जाने की कबूली की , आरोपी 4 तस्करों से मिली पुख्ता जानकारी के बाद छत्तीसगढ़ बीजापुर इंद्राणी टाइगर रिजर्व की वन विभाग टीम ने ACF मनोज बर्गे के नेतृत्व में गोंदिया जिले के सालेकसा तहसील से मुख्य आरोपी सहित उसके अन्य सहयोगी शिकारियों को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में पकड़े गए शिकारियों ने सालेकसा तहसील के शेड़ेपार वन परिक्षेत्र में विद्युत प्रवाहित तारों का जाल बिछाकर टाइगर का करंट लगाकर शिकार किए जाने की बात कबूली की है।
इस मामले में बीजापुर वन विभाग टीम ने गोंदिया जिले के आमगांव तहसील से शिकार पश्चात बाघ की खाल बिक्री में मदद करने वाले सहयोगी तस्करों को भी गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए मुख्य आरोपियों में सालिक मरकाम ( 55 कोसाटोला ) सूरज मरकाम ( 45 मुरपार ) जियालाल मरकाम ( 40 नवाटोला) सहित आमगांव तहसील निवासी आरोपी श्यामराव शिवनकर , जितेंद्र पंडित , यादवराव पंधरे ,अशोक खोटेले और आरोपी खाल तस्कर गेंदालाल भोयर , तुकाराम बघेले , युवराज कटरे , वामन फुंडे का समावेश है।
बहरहाल बिजापुर वन विभाग टीम इस प्रकरण से जुड़े 11 तस्करों को गिरफ्तार कर छत्तीसगढ़ ले गई है जहां अब इनसे रिमांड पश्चात अन्य शिकार और खाल बिक्री के बारे में पूछताछ की जानी है।
रवि आर्य