गोंदिया । सिंधु सेवा समिति “बढ़ते कदम” के तहत रविवार 3 अगस्त को स्थानीय सिंधी स्कूल के सामने स्थित भगवान श्री झूलेलाल मंदिर परिसर में एक अद्भुत धार्मिक आयोजन देखने को मिला “आरती की थाली सजाओ” प्रतियोगिता।
इस प्रतिस्पर्धा में सैकड़ों महिलाओं ने भाग लेते हुए अपनी थालियों को न सिर्फ सजाया, बल्कि उनमें भक्ति और कला का ऐसा मेल दिखाया कि हर थाली श्रद्धा और सृजनशीलता का अद्भुत उदाहरण बन गई।
यह भक्ति की लौ पीढ़ी दर पीढ़ी जलती रहे
जब महाआरती के समय सभी थालियों की ज्योत एक साथ प्रज्वलित हुई, तो पूरा मंदिर परिसर सुनहरी रोशनी में नहा उठा, वातावरण में “ आयोलाल- झूलेलाल ” के जयघोष गूंजने लगे।
महिला प्रतिभागियों ने इस आयोजन को सनातन संस्कृति की असली ताकत बताया। उन्होंने कहा—ऐसे धार्मिक आयोजन न सिर्फ युवा पीढ़ी को सकारात्मक दिशा देते हैं, बल्कि महिलाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का सुनहरा मंच भी प्रदान करते हैं।
पल्लव अरदास के दौरान इष्ट देव सांई झूलेलाल जी के श्री चरणों में यह प्रार्थना की गई कि यह भक्ति की लौ पीढ़ी दर पीढ़ी जलती रहे तथा सिंधी भाषा, बोली, संस्कृति और संस्कार सदा अमर रहें।
रवि आर्य