गोंदिया। गत दिनों क्रांतिकारी बिरसा मुंडा की जयंती पर आयोजित अहिंसा दौड़ में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले गोंदिया जिले के नक्सल प्रभावित इलाकों के आदिवासी युवक और युवतियां आशावाद और जुझारू पन का परिचय देते हुए 15 जनवरी को मुंबई में आयोजित टाटा मुंबई मैराथन में हिस्सा लेने निकल पड़े हैं।
बता दें कि दुनिया की शीर्ष 10 मैराथन में से एक टाटा मैराथन , रनिंग इवेंट में अग्रणी बन गई है।
विश्व एथलेटिक्स एलिट लेबल रोड रेस ‘ टाटा मुंबई मैराथन ‘ को छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस ( सीएसएमटी ) से 15 जनवरी के सुबह 7:00 बजे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि अहिंसा दौड़ ( मिनी मैराथन ) मैं जिन युवा धावकों ने अच्छा प्रदर्शन किया था उन्हीं में से 35 आदिवासी युवा तथा 14 आदिवासी युवा महिला धावकों का चयन ग्रैंड टाटा मैराथन हेतु किया गया है।
ऐसे बहुतांश आदिवासी धावक है जो पहली बार मुंबई देखेंगे
जिले के अति दुर्गम नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लड़के लड़कियों के उज्जवल भविष्य एवं उन्हें राज्य की औद्योगिक, आर्थिक , सामाजिक एवं शैक्षणिक प्रगति की जानकारी देने की दृष्टि से गोंदिया जिला पुलिस बल और एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना ( देवरी ) के संयुक्त तत्वाधान में पुलिस दादालोरा खिड़की योजना के माध्यम से महाराष्ट्र ( मुंबई ) के दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए तथा 15 जनवरी को मुंबई में आयोजित होने वाली टाटा मैराथन के लिए चुना गया है।
बताया जा रहा है कि इनमें से बहुतांश ऐसे आदिवासी धावक है जो पहली बार मुंबई देखेंगे। इस मैराथन के लिए पहल करने वाले जिला पुलिस अधीक्षक निखिल पिंगले , अप्पर पुलिस अधीक्षक अशोक बनकर तथा आदिवासी विकास प्रकल्प अधिकारी विकास राचेलवार के सहकार्य से जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों मैं कठिन परिस्थितियों के बीच रहते हुए रनिंग में विशेष रूचि रखने वाले उत्कृष्ट धावकों को शामिल करने की योजना बनाई गई तदनुसार मंगलवार 10 जनवरी को पुलिस मुख्यालय कारंजा के प्रेरणा हॉल में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जहां अधिकारियों ने ना सिर्फ युवा धावकों का मार्गदर्शन किया बल्कि उन्हें टी शर्ट , ट्रैकसूट ,स्पोर्ट्स शूज वितरित किए गए।
सुदूर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के 35 युवक और 14 युवतियों सहित कुल 49 धावकों को सहायक पुलिस निरीक्षक नाईक, शरणागत, सैयद एवं महिला पुलिस उईके के साथ मुंबई के लिए विदर्भ एक्सप्रेस से रवाना किया गया है।
10 जनवरी 16 जनवरी तक उक्त युवाओं के लिए मुंबई दर्शन यात्रा का आयोजन किया गया है इस दौरान उन्हें मुंबई के विभिन्न पर्यटन स्थलों का भ्रमण भी कराया जाएगा साथ ही 15 जनवरी को मुंबई में आयोजित होने वाली ग्रैंड टाटा मैराथन में सभी युवा धावक हिस्सा लेंगे।
सही ट्रेनिंग की थी दरकार हुई पूरी , अब.. मुंबई मैराथन में मनवाएंगे अपना लोहा
जिले के नक्सल प्रभावित दुर्गम इलाकों में रहने वाले आदिवासी युवाओं की रनिंग में रुचि जगी है। ट्रेनर्स का कहना है कि इन आदिवासी युवाओं के शरीर पर अतिरिक्त चर्बी नहीं है और कठिन परिस्थितियों में रहने के चलते उनका स्टैमिना भी काफी अच्छा है ऐसे में उन्हें सही ट्रेनिंग की आवश्यकता थी जो दे दी गई है अब उनसे बेहतर प्रदर्शन और मेडल की उम्मीद है।
विशेष उल्लेखनीय है कि पहले गोंदिया में ही अहिंसा दौड़ ( मिनी मैराथन ) आयोजित कर इन धावकों की टाइमिंग और क्षमता का आंकलन किया जा चुका है।
तत्पश्चात इनको सही ट्रेनिंग की आवश्यकता थी और अच्छे हौसले की दरकार भी थी लिहाजा अब इन्हें कंफर्ट स्पोर्ट्स शूज ,रनिंग ट्रेक सूट और टी-शर्ट भी उपलब्ध कराई गई है जिससे अपनी क्षमता का लोहा ये मुंबई मैराथन में मनवा सकते हैं।
हौसला अफजाई करने वाले पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नेचुरली ये स्ट्रांग और उच्च क्षमता वाले रनर होते हैं इसलिए इनसे मेडल की उम्मीद की जा सकती है।
रवि आर्य