गोंडिया। पड़ोसी देश बांग्लादेश में हादी की मौत के बाद जारी हिंसक विरोध प्रदर्शन के बीच कट्टरपंथ का एक खौफनाक मामला सामने आया है ।
भारत विरोधी प्रदर्शनों के बीच बांग्लादेश में एक 30 वर्षीय हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और शव को रस्सी से पेड़ से लटका कर आग लगा दी गई।
क्रूरता की हदें पार करने वाली इस घटना ने देश-विदेश में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है ।
मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के खिलाफ गोंदिया में भी जबरदस्त आक्रोश निर्माण हो चुका है।
बंगलादेश के झंडे को रौंदकर , प्रतीकात्मक पुतला जलाया
गुरुवार 25 दिसंबर को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के आह्वान पर शहर के हृदय स्थल नेहरू चौक से विरोध प्रदर्शन रैली निकली गई जो शहर के मुख्य मार्गो से होती हुई चौराहे पर पहुंची जहां गहरा आक्रोश प्रकट करते हुए बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस के प्रतीकात्मक पुतले और झंडे को रौंदकर जलाया गया।
यह सिर्फ हत्या नहीं , पूरे हिंदू समाज को डराने की साजिश
सड़कों पर निकली विरोध प्रदर्शन रैली के दौरान बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे कथित अत्याचारों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
“हिंदुओं पर अत्याचार बंद करो”, “दीपू चंद्र दास को न्याय दो” जैसे नारों से पूरा चौक गूंज उठा।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यह सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि पूरे हिंदू समाज को डराने की साजिश है।
प्रदर्शन में वक्ताओं ने कहा कि दीपू चंद्र दास को जिंदा जलाया जाना मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है।
उनका आरोप था कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ लगातार हिंसा, लूट, जबरन पलायन और हत्याओं की घटनाएं सामने आ रही हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस पर चुप्पी साध ली जाती है।
बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के पदाधिकारियों ने दो टूक शब्दों में चेतावनी दी कि यदि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार नहीं रुके, तो देशभर में और भी उग्र और व्यापक आंदोलन किए जाएंगे।
उन्होंने केंद्र सरकार से भी मांग की कि इस मामले में कूटनीतिक स्तर पर कड़ा रुख अपनाया जाए और पीड़ित हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
प्रदर्शन को देखते हुए नेहरू चौक पर पुलिस बल तैनात रहा। हालांकि प्रदर्शन उग्र नारों और प्रतीकात्मक विरोध तक सीमित रहा ।
गोंदिया की सड़कों से उठी आवाज को अब सीमा पार तक पहुंचाया जा रहा है, चेतावनी का देते संदेश साफ है , दीपू चंद्र दास की हत्या ने न सिर्फ एक परिवार, बल्कि पूरे समाज को झकझोर दिया है।
रवि आर्य










