नागपुर- वैज्ञानिक अनुसंधान के निष्कर्ष साथ ही उनकी विस्तृत जानकारी यह स्थानीय भाषा में लोगों तक जाए तो ऐसे अनुसंधान का लाभ ज्यादा लोगों को होगा. यह बात भारत के उप राष्ट्रपति एम. वैकेंया नायडू ने नागपुर में कही. बुधवार 30 अक्टूबर को राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी संशोधन संस्था अर्थात निरी की ओर से आयोजित ‘ जीवविज्ञान, चिकित्सा और पर्यावरण में धातु आयन और कार्बोनिक प्रदूषक ‘ इस विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय परिसंवाद का उदघाटन उनकी ओर से किया गया. इस दौरान वे मौजूद लोगों को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान निरी के संचालक डॉ. राकेश कुमार,परिसंवाद के अध्यक्षा डॉ. सोनाली खन्ना, अमेरिका के मिसिसिपी जे जैक्सन स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर पॉल टेक्नवोव साथ ही राज्यसभा के सांसद डॉ.विकास महात्मे मौजूद थे.
इस समय निरी की तरफ से ‘जागृति एक समाज एक लक्ष ‘ लोकसहभागिता पर आधारित सार्वजनिक प्रचार अभियान का भी उपराष्ट्रपति ने उदघाटन किया. इस कार्यक्रम के अंतर्गत लुप्त हो चुकी नदियां लोकसहभागिता से पुनरुज्जीवन साथ जलसाक्षरता व संवर्धन इस विषय पर उपक्रम स्वयंसेवी संस्था के माध्यम से निरी की तरफ से किए जानेवाले है. इस परिसंवाद के दौरान हवा की गुणवत्ता साथ ही स्वास्थ, कैंसर पर इलाज, पर्यावरणीय प्रदूषक व् जोखिम मूल्यांकन, धातु आधारित नॅनोटेक्नॉलॉजी व टॉक्सिकॉलॉजी, मेटल आयन, उसके बदलाव इस संदर्भ में संशोधन पर प्रकाश डाला जाएगा.
इस परिसंवाद के उद्घाटन के बाद निरी परिसर के स्मृति वन में नायडू के हाथो वृक्षारोपण भी किया गया. इस परिसंवाद में देश विदेश से विभिन्न प्रतिनिधियों की मौजूदगी रहेगी.
बुधवार सुबह नंदाताई जिचकार, सासंद विकास महात्मे एअर मार्शल आर. के. एस. शेरा , विभागीय आयुक्त डॉ संजीव कुमार, पोलीस आयुक्त डॉ.भूषणकुमार उपाध्याय, विशेष पोलीस महानिरीक्षक के एम मल्लिकार्जुन प्रसन्ना, जिल्हाधिकारी रवींद्र ठाकरे ने उपराष्ट्रपति एम. वैकेंया नायडू का एयरपोर्ट पर स्वागत किया.
