नागपुर। जी-20 सम्मेलन के तहत उपराजधानी में आयोजित लेबर-20 या एल-20 बैठक में गुरुवार को श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। होटल तुली इंटरनेशनल में भारतीय मजदूर संघ (विदर्भ प्रदेश) की ओर से एल-20 बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का उद्घाटन भारतीय मजदूर संघ के महासचिव रवींद्र हिमते और केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की संयुक्त सचिव दीपिका काचल ने किया। इस मौके पर मंच पर एल-20 बी सुरेंद्रन के मुख्य समन्वयक प्रो. संतोष मेहरोत्रा मौजूद रहे।
परिचयात्मक भाषण बी सुरेंद्रन ने दिया। भारत द्वारा G-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी और इसके तहत गठित सगाई समूह में एल- 20 शामिल है। एल-20 के तहत देश के कुल 11 प्रमुख शहरों में मंथन बैठकें हो रही हैं। उन्होंने कहा कि आज नागपुर में एक सभा हो रही है। स्पेन से प्रो. पलावियो कमिन ने वीसी माध्यम से बैठक में भाग लिया। उन्होंने आने वाले वर्षों में वैश्विक स्तर पर श्रमिकों के सामने आने वाली समस्याओं को हल करने के लिए एक एकीकृत रणनीति की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
प्रो. मेहरोत्रा ने भारत में असंगठित श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा की आवश्यकता का उल्लेख किया और इस संबंध में एक प्रस्तुति भी दी। केंद्र सरकार की ओर से दीपिका काचल ने देश में संगठित व असंगठित श्रमिकों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं व गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा के लिए समाज के विभिन्न स्तरों से सहयोग की भी उम्मीद की। नागपुर के अपर श्रम आयुक्त कार्यालय के सहायक आयुक्त राजदीप धुर्वे ने राज्य के श्रम मंत्री डॉ. सुरेश खाड़े का बधाई संदेश पढ़ा। डॉ. खाड़े ने अपने संदेश में कहा, श्रम क्षेत्र की दृष्टि से एल-20 समूह का भावी योगदान महत्वपूर्ण होगा।
एल-20 समूह के विचार-विमर्श और निर्णय विश्व के श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होंगे। केंद्र सरकार ने एल-20 समूह द्वारा प्राथमिकता वाले विषयों को लागू करना शुरू कर दिया है। उन्होंने अपने संदेश में आश्वासन दिया कि एल-20 में भारत की अध्यक्षता में महाराष्ट्र राज्य श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा और महिला विकास के मुद्दों पर सहमति बनाने की पहल करेगा। उद्घाटन के बाद कुल तीन सत्रों में एल-20 बैठक में मजदूरों के मुद्दों पर चर्चा हुई. बैठक में देश भर के प्रमुख श्रमिक नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया।