Published On : Wed, Jul 21st, 2021

ट्रेवल्स सरगना ने श्रम मंत्रालय को दिखाया ठेंगा

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– केन्द्रीय सतर्कता अधिकारी सकते में

नागपुर-पश्चिमी कोयलांचल-वेकोलि(WCL) में सक्रिय गोंदिया की 3 ट्रवल्स एजेंसियों के मुखिया गुप्ता ने अपने वाहन ठेका श्रमिकों को E.S.I.C., न्यूनतम मजदूरी,E.P.F.,वार्षिक बोनस,व न्यूनतम वेतन के अन्य भत्तों का भुगतान करने के मामले में केन्द्रीय श्रम मंत्रालय को ठेंगा दिखाकर नियम कानून की धज्जियां उड़ा रहा है। यह तर्कसंगत आरोप आल इंडिया सोसल आर्गेनाइजेशन के संयोजक टी. आर. सनोडिया. के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने भारत सरकार के श्रम शक्ति भवन नई दिल्ली स्थित श्रम मंत्रालय के प्रधान मुख्य सचिव को प्रस्तुत ज्ञापन में स्पष्ट किया है कि केन्द्रीय श्रम निरीक्षकों द्वारा वेकोलि की ट्रवल्स एजेंसियों के ठेका श्रमिकों को न्यूनतम मजदूरी के संबंध में मालुमात करनी चाही तो उक्त ट्रवल्स एजेंसियों के इंचार्ज ने जबाव दिया कि हमारे मजदूरों को भले ही न्यूनतम वेतन नहीं मिला ? परंतु श्रम मंत्रालय के अधिकारियों से समझौता कर लिया गया है।

उसी प्रकार कर्मचारी राज्य बीमा निगम के अधिकारियों ने श्रमिकों की ESIC भुगतान के संबंध में जानकारी लेनी चाही तो उन्हें भी प्रतिक्रिया देने से इंकार करते हुए बताया कि E.S.I.C.तथा भविष्य निर्वाह निधि यह श्रम मंत्रालय के आधीन आते है,उधर ट्रवल्स एजेंसियों का मुखिया गुप्ता ने श्रमिकों की संख्या और नामों की सूची देने के लिए टाल-मटोल रवैय्या अपना रहा है। बताते हैं कि जिसे लेकर केन्द्रीय सतर्कता आयोग सकते मे आ गया है.

काली सूची में ‘श्री बालाजी ट्रवल्स’
वेकोलि महाप्रबंधक कार्यालय के सूत्रों की माने तो ट्रवल्स एजेंसियों के सरगना संदीपकुमार की एजेंसी ‘श्री बालाजी ट्रवल्स’ को अनियमितता और घोटाले के आरोप में एक साल के लिए BLACKLIST कर दिया गया है। उनकी दूसरी फर्म ‘मेसर्स वेंकटेश ट्रवल्स एजेंसी’ की मालकिन ‘फिरोजाबादी’ है।
बताते दें कि उत्तरप्रदेश के फिरोजाबाद दुनियां भर में अपनी आकर्षक अदा के लिए विख्यात है। ट्रवल्स एजेंसियों के सरगना गुप्ता अपनी साख बचाने के उद्देश्य से वह अपनी चहेती फिरोजाबादी को आगे करके कठोर कार्यवाई से बचने के लिए ड्रामेबाजी करते फिरता दिखाई दे रहा है?

WCL के C.M.D. कार्यालय के सूत्रों की माने तो श्रमिकों की न्यूनतम वेतन चोरी,कर्मचारी राज्य बीमा निगम की चोरी,भविष्य निधि चोरी,बोनस और विविध भत्ता चोरी के जुर्म में गुप्ता की सभी ट्रवल्स एजेंसियों को BLACKLIST करने की तैयारी कर रही हैं.

गोपनीय सूत्रों की माने तो अपनी ट्रवल्स एजेंसी को BLACKLIST होने से बचाने के लिए वह वेकोलि के मुख्यालय के चक्कर लगा रहा है। इतना ही नहीं अपनी BLACKLIST ट्रवल्स एजेंसी को निर्दोष साबित करवाने के लिए बड़ी रिश्वत कोयला मंत्रालय के बड़े अधिकारियों को देने के लिए लालायित हैं,इस ग़ैरकृत में वेकोलि मुख्यालय का एक बड़ा अधिकारी खुलेआम मदद कर रहा.

बताते हैं कि C.M.D. से मनमाफिक मदद न मिलने से परेशान भी हैं। नतीजतन यह ट्रवल्स एजेंसी नियोक्ता केन्द्रीय कोयला मंत्रालय का दरवाजा खटखटाते की तैयारी कर रहा है.

आर्थिक अपराध के जुर्म में सजाए
वेकोलि में कार्यरत ट्रवल्स के सरगना संदीप गुप्ता क पूर्वाभास होने लगा है कि पिछले 18–20 सालों से 300 वाहन श्रमिकों की प्रलंबित E.S.I.C., E.P.F.,न्यूनतम मजदूरी का बकाया एरियस,न्यूनतम भत्ते वार्षिक बौनस,T.A.- D.A.,ओवर टाईम इत्यादि मिलाकर करीबन लाखों – करोड़ों रुपये श्रमिकों को भुगतान करना पड़ सकता है अन्यथा उनकी सभी ट्रवल्स एजेंसियां BLACKLIST के दायरे में तो आयेंगी ही ?

आर्थिक अपराध के जुर्म में गुप्ता दम्पति को बड़ी असहनीय सजाएं भी हो सकती है। इससे बचने तथा मामलों को सुलझाने के सौदेबाज़ी के लिए भागदौंड शुरु है।