विदर्भ के 13 लाख व्यापारियों की शीर्ष व अग्रणी संस्था नाग विदर्भ चेंबर आॅफ काॅमर्स के उपाध्यक्ष व बिजली समिती के संयोजक श्री फारूकभाई अकबानी के साथ प्रतिनिधिमंडल ने माननीय ऊर्जामंत्री श्री नितीनजी राऊत एवं MSEDCL के चीफ इंजीनियर श्री दिलीपजी दोडके को बिजली विभाग द्वारा रू. 5000/- से अधिक राशी के बिल सिर्फ चेक या आॅनलाईन भरने के नियम के कारण हो रही परेशानियों हेतु ज्ञापन दिया।
उन्होंने श्री दिलीपजी दोडके को बिजली बिलों के चेक या आॅनलाईन भरने के नियमों से हो रही परेशानियों से अवगत कराते हुये बताया कि बिजली उपभोक्ताओं को इससे बिलों का समय पर भुगतान करने में बहुत परेशानी हो रही है।
आज तक बिजली विभाग द्वारा बिलों का भुगतान नगद में स्वीकार किया जा रहा था। वर्तमान में यदि कोई ग्राहक बिल भरने की अंतिम तारीख निकल जाने के बाद चेक से भुगतान करता है तो बिजली विभाग चेक क्लीयर होने तक उस ग्राहक की बिजली पुनः शुरू नहीं करता, जिससे आम जनता को परेशानी होती है। चेक या आॅनलाइन के इस नियम तथा आर्थिक परेशानियों के कारण अधिकांश ग्राहक चाहते हुये भी अपना बिजली का बिल समय पर नहीं भर पा रहे और जिससे बिजली विभाग को भी भुगतान समय पर नहीं मिल पाता।
अतः बिजली विभाग द्वारा चेक या आॅनलाईन के साथ-साथ रू. 25 हजार तक के बिल नगद में स्वीकार करना चाहिये। जिससे छोटे बिजली उपभोक्ता भी बिना किसी परेशानी के समय पर बिजली बिल भर सके और इससे बिजली विभाग का वित्तीय नुकसान भी नहीं होगा। बिजली बिल की इस समस्या पर जल्द से जल्द संज्ञान लेकर इसका निवारण करवाकर आमजनता को राहत देना चाहिये।
इस अवसर पर चेंबर के उपाध्यक्ष व बिजली समिती के संयोजक श्री फारूकभाई अकबानी के साथ चेंबर क्ै श्री गजानंद गुप्ता, श्री सलीम अजानी चर्चा में शामिल हुये।
उपरोक्त जानकारी प्रेस विज्ञप्ति द्वारा उपाध्यक्ष श्री फारूकभाई अकबानी ने दी।