आज से नागपुर मेट्रो ट्रेनोंवाले शहरों में शामिल, ट्राफिक और प्रदूषण से मिलेगी लोगों को राहत : पीएम मोदी
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पीएम मोदी ने दिखाई नागपुर मेट्रों को हरी झंडी, कहा उनके कार्यकाल में मेट्रो में लगभग 400 किमी की हुई बढ़त
नागपुर: आज से नागपुर देश के उन शहरों में शामिल हो गया है जहां मेट्रो जैसी आधुनिक यातायात का माध्यम है. महाराष्ट्र की राजधानी और उपराजधानी दोनों को मेट्रो का तोहफा मिल चुका है. 2014 में मुझे ही इसका शिल्यानास करने का मौका मिला था. आज फिर एक बार इसके उद्घाटन का अवसर मिला है. खापरी से सीताबर्डी तक जो मेट्रो शुरू हुई है, इससे परिवहन व्यवस्था में बदलाव आनेवाला है. समय पर लोग इससे अपने गंतव्य पर पहुंच पाएंगे. यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर मेट्रो के उद्घाटन अवसर के दौरान कही. पीएम मोदी ने दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए नागपुर मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. प्रधानमंत्री ने भरोसा जताया है कि मई जून के बाद जब भी कार्य पूरा होगा, तब वे फिर नागपुर आएंगे. साउथ एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, राज्य के ऊर्जा व जिले के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले प्रमुखता से मौजूद थे.
अपने संबोधन में आगे पीएम मोदी ने कहा कि मेट्रों से प्रदूषण में भी कमी आएगी और ट्रैफिक जाम से भी राहत मिलेगी. जब यह पूरा प्रोजेक्ट तैयार होगा तो नागपुर की एक बड़ी आबादी जो अन्य वाहनों पर चलती है, वे मेट्रो के सुविधाजनक सफर का आनंद ले पाएंगे. उन्होंने कहा कि देश के अनेक शहरों मे मेट्रो सेवा शुरू हो चुकी है. लेकिन यह देश के सबसे ग्रीन मेट्रो स्टेशनों में से एक है. नागपुर आज देश में सबसे तेजी से विकसित होनेवाले शहरों में से एक है. यहां पर व्यापार, कारोबार और निवेश की काफी संभावनाएं है. एक अनुमान के मुताबिक़ नागपुर की जनसंख्या 2050 में लगभग दोगुनी हो जाएगी. इसके लिए यहां के ट्रैफिक सिस्टम को आधुनिक बनाने और भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर केंद्र और राज्य सरकार निरंतर प्रयास कर रही है. मेट्रो के आने से यहां के युवाओं को रोजगार के अनेक अवसर मिल रहे हैं. निर्माण के दौरान ही लगभग 20 हजार लोगों को रोजगार मिलने का आंकलन है. इसके बाद भी युवा साथियों को रोजगार मिलना तय है.
उन्होंने कहा, मेट्रो के आने से शहर बढ़ता है. इससे आय के नए साधन विकसित होते है. सभी शहर के ट्रैफिक को 21वीं सदी के मुताबिक़ विकसित कर रहे हैं. मेट्रो विस्तार के लिए केंद्र सरकार ने एक पॉलिसी बनाई है. इस पॉलिसी के बाद मेट्रो के निर्माण में तेजी आ रही है. 2014 तक देश में मेट्रो का नेटवर्क केवल 250 किलोमीटर था. जबसे आपने मजबूर सरकार को बिदाई दी तो उसके बाद मजबूत सरकार ने मेट्रो के ऑपरेशनल नेटवर्क को करीब 650 किलोमीटर तक पंहुचा है. आधुनिक मेट्रो का निर्माण अटल बिहारी वाजपेयी ने शुरू किया था. उनकी सरकार के जाने के बाद 2014 तक मेट्रो नेटवर्क में सिर्फ 250 किलोमीटर ही जुड़ पाए. जबकि हमारी सरकार ने छोटे से कार्यकाल में इसमें लगभग 400 किलोमीटर की बढ़ोतरी की है. देश में 800 किलोमीटर मेट्रो रुट पर आज काम चल रहा है. शहरों की पूरी मोबिलिटी को पूरे ट्रांसपोर्ट सेक्टर को सामान्य मानविकी के लिए आसान कर रहे हैं. व्यवस्थाओं की झंझट से मुक्त कर रहे हैं
‘वन नेशन वन कार्ड ‘ शुरू किया है. इसके तहत पूरे देश के ट्रैफिक जुड़ी जरूरतों के लिए एक ही कार्ड की व्यवस्था की जा रही है. ताकि अलग अलग शहरों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए अलग से व्यवस्था की जरूरत न पड़े. कॉमन मोबिलिटी कार्ड आपके रुपे डेबिट कार्ड का विस्तार ही है. इससे आप नागपुर की मेट्रो ही नहीं दिल्ली की मेट्रो में भी सफर कर पाएंगे. इसके साथ ही तमाम ऑनलाइन पेमेंट भी इसके माध्यम से कर सकते हैं. .
इस समय मौजूद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि नागपुर वासियों के लिए आज का दिन ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण दिन है. आज केवल मेट्रो की शुरुआत नहीं हो रही है, बल्कि 21वीं शताब्दी के नागपुर की शुरुआत मेट्रो के माध्यम से हो रही है. शहर के प्रगति के लिए सबसे आवश्यक पब्लिक ट्रांसपोर्ट है. प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण वाहन है. अगर हम हमारी एयर क्वालिटी सुधारना चाहते हैं और सस्टेनेबल सिटी तैयार करना चाहते हैं तो हमें लोगों को स्मार्ट पब्लिक ट्रांसपोर्ट का ऑप्शन देना होगा. इस मेट्रो को सुपर सस्टेनेबल बनाया गया है.
इस दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि लख़नऊ मेट्रो के भी स्टेशन देखे. लेकिन जो इनोवेटिव डिज़ाइन नागपुर मेट्रो में है वह और कहीं नहीं है. कॉटन मार्किट में साढ़े चार एकर जगह मेट्रो को दी. मनपा को टैक्स के रूप में 200 करोड़ रुपए मिलेंगे. इसकी इनकम का लाभ मनपा और मेट्रो को मिलेगा. इसकी कैपिटल कॉस्ट ज्यादा है. ब्रॉडगेज मेट्रो का भी निर्णय लिया है. नागपुर से वर्धा केवल 35 मिनट में पहुंच पाएंगे. उमरेड, कुही तक भी मेट्रो चल पाएगी. यह ट्रासंपोर्ट में एक क्रांति है. मेट्रो की ग्रीन पावर 65 परसेंट है.
केंद्र सरकार में नगर विकास के सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा ने कहा कि देश में 18 शहरों मे मेट्रो हैं. राज्य सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लिया है. 4 लेयर में काम चल रहा है.
मेट्रो के निदेशक बृजेश दीक्षित ने कहा कि मेट्रो का कार्य काफी तेज गति से हुआ है. इसके लिए उन्होंने सभी मेट्रो की टीम को बधाई दी. दीक्षित ने कहा की हमने सोचा था कि कोई भी मेट्रो में सफर करे तो उन्हें ऐसा लगे कि वे अपनी मेट्रो में सफर कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 65 प्रतिशत एनर्जी सोलर की है. मेट्रो के सभी स्टेशन वर्ल्ड क्लास है. उन्होंने कहा कि मेट्रो के लिए पिछले साढ़े तीन साल में सभी ने दिन रात मेहनत की है.
इस कार्यक्रम में महापौर नंदा जिचकार, विधायक सुधाकर कोहले, जोगेंद्र कवाले, सांसद कृपाल तुमाने , समीर मेघे समेत अन्य अधिकारी और पदाधिकारी मौजूद थे.