नागपुर: नागपुर पुलिस कर्मचारी के आत्मदहन की धमकी भरे पत्र से शहर पुलिस में खलबली मच गई है। यह पत्र कर्मचारी द्वारा मुख्यमंत्री,गृहमंत्री , पुलिस आयुक्त, डीसीपी, एसीपी सभी को दिया गया है। कर्मचारी का नाम संदीप शरद गुंडलवार है और यह हुडकेश्वर पुलिस के डीबी स्क्वाड में तैनात है। कर्मचारी के अनुसार उन्होंने पूरी ईमानदारी से पुलिस की नौकरी की है। उनके अनुसार 20 जनवरी 2020 के दिन अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।उस आरोपी की खोजबिन में वे स्क्वाड के साथ दिन रात घूम रहे है।लेकिन 25 तारीख को उन्हें ट्रांसफर का पत्र दिया गया। जिसके कारण वे काफी तनाव में है। उनके अनुसार जबसे उन्हें ट्रांसफर का पत्र मिला है, वे काफी अस्वस्थ है और यह बात उन्होंने अपने परिजनों को भी बताई है। अज्ञात आरोपियों की तलाश में वे तीन दिनों से सोये तक नही थे। उनका कहना है कि कोई भी कारण नही होने के बाद भी ट्रांसफर के कारण वे काफी दुखी है। उनका कहना है कि उन्होंने हमेशा वरिष्ठ अधिकारियो के आदेश का पालन किया है। उन्होंने कहा कि कोई भी घटना होने के बाद क्या केवल डीबी स्क्वाड ही जिम्मेदार होता है। इसके लिए पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, डयूटी अधिकारी, प्रभारी, बीट मार्शल,पेट्रोलिंग वाहन स्क्वाड यह जिम्मेदार नही है क्या। ऐसा इस पुलिसकर्मी का सवाल है।
इन सभी कारणों से और ट्रांसफर के कारण वे 28 जनवरी को 11 बजे हुडकेश्वर पुलिस स्टेशन में आत्मदहन करनेवाले है। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों पर बेवजह ट्रांसफर करने का आरोप लगाया है। पुलिस कर्मी ने आत्मदहन के साथ साथ इसकी अनुमति भी मांगी है।
इस बारे में झोन 4 की डीसीपी निर्मलादेवी ने कहा कि डीबी स्क्वाड से जिन पुलिस कर्मियों का ट्रांसफर हुआ था।उन्हें फिर बहाल किया गया है। डिटेक्शन की टीम से अज्ञात आरोपी डिटेक्ट नही हो रहे थे। लेकिन इस तरह से आत्मदहन की धमकी देना यह पूरी तरह से गलत है। इस पूरे मामले की जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी।