नागपुर: शुक्रवार को मध्य रेल नागपुर मंडल के समाधान सभागृह में मंडल रेल प्रबंधक एम.एस. उप्पल की अध्यक्षता में विद्युत विभाग द्वारा उर्जा संरक्षण एवं विद्युत अनुरक्षण पर संगोष्टी का आयोजन किया गया. उर्जा संरक्षण बचत का महत्व बताते हुए मंडल रेल प्रबंधक एम.एस. उप्पल ने कहा कि उर्जा बचत तथा उर्जा संरक्षण करना आज अत्यंत आवश्यक है. इसलिए मंडल पर प्रत्येक कर्मचारी को अपने कार्य निष्पादन के दौरान उर्जा की बचत करनी चाहिए. उन्होने कहा कि उर्जा की बचत सही में हमने अपने कार्यालय, नियंत्रण कार्यालय, स्टेशनों, डिपों से करनी चाहिए .
उन्होने कहा कि थर्मल पॉवर प्लान्ट से जो उर्जा निर्मिती की जाती है उससे वायु प्रदुषण होता है तथा वातावरण भी दूषित होता है. इसलिए मंडल के स्टेशनों इमारत पर, कार्योलयों एवं डिपों में अधिक से अधिक सोलन पैनलों को स्थापित करना चाहिये. जिससे उर्जा का निर्माण कर उर्जा की जरूरत को पुरा किया जा सकें. उर्जा बचत यह उर्जा संरक्षण ही है. मण्डल ने इस वर्ष अभी तक सबसे अधिकतम 9.38 प्रतिशत विद्युत ऊर्जा की बचत की है.
जिससे बिजली बिल मे भी काफी कमी आई है. मंडल मे सारे परंपरागत लाइट एलईडी मे बदल दिए गए है और सभी उपकरण 5 सितारा रेटिंग के ही खरीदे जा रहे हैं. वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजिनीयर नामदेव रबड़े ने अपने प्रास्ताविक में संगोष्टी का प्रयोजन तथा उद्देश के बारे में पावर पॉइंट के जरिए विस्तृत जानकारी दी. उर्जा संरक्षण के साथ साथ अनुरक्षण पर भी जोर देते हुये उन्होने कहा कि, अनुरक्षण का कार्य उतना ही महत्वपूर्ण है जो अंतत: उर्जा संरक्षण के लिए उपयुक्त होता है.
उन्होने कहा कि उर्जा संरक्षण पर नियंत्रण तथा बचत करके उर्जा पर होनेवाले व्यय पर नियंत्रण रखा जा रहा है. अधिकतम उर्जा बचत को सुनिश्चित करने के लिये गाडी को सिग्नल मिलने के लिये बहुत लंबे समय तक प्रतिक्षा करनी है, एैसे समय लोको को बंद करने की आदत, ग्रेडियंट से नीचे जाते समय कोस्टिंग करना, स्टेशनों से होकर गुजरते समय अधिकतम अनुमेय गति से गाड़ी लेकर जाना, समय पर सिग्नल देना आदि बातों पर विशेष रूप से फोकस किया जाता है.
उन्होने कहा नागपुर मंडल पर वर्तमान में पर्याप्त संख्या में 3 फेज लोको के नए उत्पादनों को उपयोग में लाया जा रहा है. जिसमें दुनिया के उन्न्त देशों में उपलब्ध अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है, जो ट्रेन ऑपरेशन में न केवल कम से कम उर्जा की खपत करते है बल्कि डाउुन ग्रेडियंट पर रहते समय डायनामिक ब्रेकिंग का उपयोग करने पर बिजली रिजनरेट भी करते है.
नागपुर मंडल पर ऐसे क्षेत्र है जहॉं इन इंजनों द्वारा बिजली की जितनी खपत होती है, उससे कई गुना बिजली जनरेट की जाती है. भारतीय रेल को इन इंजनों का सर्वोत्तम तथा कुशलतापूर्वक उपयोग हो, यह नागपुर मंडल के लिए एक बहुत बडी चुनौती है और मंडल इसे हासिल करने के लिए प्रयासरत है.