मुंबई / नागपुर: राज्य में शुरू किसान आंदोलन के हिंसात्मक होने के पीछे मुख्यमंत्री ने राष्ट्रवादी कांग्रेस और कांग्रेस को ज़िम्मेदार ठहराया है। किसान आंदोलन पर अपने मौन को तोड़ते हुए मुख्यमंत्री ने कहाँ की विरोधियो की संघर्ष यात्रा असफल रही जिस वजह से अब किसानो के ट्रकों को रोककर हिंसा की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहाँ पिछली सरकारों ने दूध का ब्रांड बंद किया जिस वजह से आज दूध को भाव नहीं मिल रहा है। राजनेताओ ने सरकारी ब्रांड को बंद कराया। मुख्यमंत्री के मुताबिक इस हड़ताल की वजह से नुकसान किसानो का हो रहा है सब्जी- भाजी को रास्ते में रोकना ठीक नहीं। सरकार किसानो से चर्चा के लिए तैयार है।
एकतरफा कर्ज माफ़ी संभव ही नहीं है। आंदोलन के दौरान पत्थरबाजी में विपक्ष का हाँथ है। इस आंदोलन को देखकर ऐसा लगता नहीं की यह किसानो का आंदोलन है इसके पीछे राजनीतिक शक्तियाँ काम कर रही है।