Published On : Mon, Jun 10th, 2019

सप्तक के पुराने गानों ने बांधा समा, गायक रफ़ी, किशोर और आशा भोसले के सुनाए अनसुने किस्से

Advertisement

नागपुर: सप्तक की ओर से पुराने हिंदी गीतों का कार्यक्रम ‘किस्से फ़िल्मी नग्मों के ‘ का आयोजन ‘ कवी कुलगुरु कालिदास सभागृह परसिस्टेंट सिस्टम में किया गया. इस अवसर पर पुराने सदाबहार गाने और उनसे जुड़े किस्से भी सुनाए गए. इस कार्यक्रम की संकल्पना डॉ. सुधीर भावे की रही. इस कार्यकम के प्रमुख गायकों में और संगीतकारो में महेंद्र ढोले, गायकों में सुरभि ढोमणे, डॉ.सुरेश अय्यर, सारंग जोशी और डॉ. सुधीर भावे मौजूद रहे.

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अतिथि के तौर पर डॉ. अभय बंग मौजूद रहे तो वही पूर्व सांसद और मंत्री विलास मुत्तेमवार भी उपस्थित रहे. डॉ. सुधीर भावे गायक और इसके संचालक होने के साथ साथ शहर के बेहतरीन साइक्याट्रिस्ट भी है. उन्होंने बताया की पहला गाना वजीर अहमद खान ने गाया था. उन्होंने 40 के दशक के कलाकार और गायक के. एल. सहगल के बारे में भी जानकारी दी.

बॉलीवुड के मशहूर गायक मोहम्मद रफ़ी के कई अनसुने किस्से भावे ने सुनाए साथ ही उनके बेहतरीन गाने भी इस दौरान सुनाए गए. उन्होंने बताया की रफ़ी ने शम्मी कपूर के लिए सबसे ज्यादा गाने गाये और जॉनी वॉकर के लिए रफ़ी ने 136 गाने गाये. उनके 125 गानों में पहले शायरी है.

उन्होंने बताया की किशोर कुमार के अगर लोग प्रशसंक है तो रफ़ी के लोग भक्त है. इस दौरान उन्होंने गायक किशोर कुमार और आशा भोसले के बारे में भी अनसुने किस्से और उनके बेहतरीन नगमे सुनाए. उन्होंने बताया की किशोर ने राजेश खन्ना के लिए जो गाने गाए है वे ऐसे गाए है जैसे राजेश खन्ना ने खुद वह गाने गाए है. हॉल में इस कार्यक्रम में दर्शकों की काफी भड़ी रही.