Published On : Tue, Mar 5th, 2019

नए स्थाई समिति सभापति पोहाणे ने संभाली जिम्मेदारी

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-मनपा की आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाने के लिए निवर्तमान सभापति विक्की कुकरेजा का उपस्थित वक्ताओं ने की प्रशंसा

नागपुर : आज सुबह मनपा मुख्यालय में नए स्थाई समिति सभापति का चुनाव किया गया. उनके पदग्रहण बाद सत्कार समारोह में उपस्थित नेताओं ने एक ओर निवर्तमान स्थाई समिति सभापति विक्की कुकरेजा द्वारा मनपा को पटरी पर लाने के लिए उसका आभार माना, तो दूसरी ओर नए सभापति प्रदीप पोहाणे को सम्पूर्ण शहर के विकास कार्यों के लिए शुभकामनाएं दी.

आज सुबह जिलाधिकारी अश्विन मुदगल के उपस्थिति में नए स्थाई समिति सभापति प्रदीप पोहने का चुनाव सम्पन्न हुआ. इसके तुरंत बाद इन्होंने शहर भाजपा नेताओं सह मनपा के पदाधिकारियों की उपस्थिति में निवर्तमान सभापति कुकरेजा से पदभार ग्रहण किया. इसके तुरंत बाद मनपा मुख्यालय के हरियाली पर नए सभापति सह नवनिर्वाचित स्थाई समिति सदस्यों के सदस्यों का सत्कार किया गया.

सत्कार समारोह में प्रस्ताविक भाषण देते हुए कुकरेजा ने कहा कि 33 वर्षों के बाद उत्तर नागपुर में भाजपा की पहल पर स्थाई समिति सभापति पद मिला था. पदभार ग्रहण करते ही स्वागत सत्कार के साथ मनपा के ठेकेदारों की ज्वलंत समस्याओं का ज्ञापन प्राप्त हुआ था. मेरे कार्यकाल में राज्य सरकार ने काफी निधि दी. जीएसटी को 52.5 करोड़ मासिक से 86.12 करोड़ मासिक बढ़ाया गया. अर्थात सालाना 400 करोड़ का मनपा को इजाफा हुआ. मनपा का मासिक स्थाई खर्च 85 करोड़ है. मेरे कार्यकाल के सफल संचलन में मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री गडकरी, सत्तापक्ष के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ नगरसेवकों का बहुमूल्य सहयोग रहा. सम्पूर्ण शहर में पिछले 5 वर्षों में 70000 करोड़ का विकास कार्य शुरू है, जिसका फिनिशिंग लाइन का काम मनपा कर रही.

कुकरेजा ने विशेष उल्लेख किया कि आज भी मनपा की स्थिति ठीक नहीं है. नए सभापति को अड़चन भी आएगी. इससे निपटने के लिए सभी सदस्यों को मेहनत करनी पड़ेगी. विधायक अनिल सोले ने कहा कि विक्की ने जीएसटी बढ़ाने में जो मेहनत की, वह टेढ़ी खीर से कम नहीं था. इसके लिए तत्कालीन महापौर दटके के कार्यकाल से प्रयास किया जा रहा था. विक्की की मेहनत का फायदा निश्चित ही नए सभापति पोहने को मिलेगा. पहने परिवार पिछले 2 पीढ़ी से भाजपा के साथ सक्रिय है,उसी का यह इनाम है.

प्रत्येक लोस – विस चुनाव वर्ष में पूर्व नागपुर को स्थाई समिति सभापति पद मिलता रहा. वर्ष 2008-9 में कृष्णा खोपड़े, वर्ष 2014 में बाल्या बोरकर,वर्ष 2019 में प्रदीप पोहाणे को भाजपा ने अवसर दिए, सभी के सभी भाजपा के नगरसेवक थे. यह भी कहा गया कि चुनावी वर्ष में पिछले 3 वर्ष से सम्पूर्ण शहर संभालने के लिए पूर्व नागपुर के नगरसेवकों को स्थाई समिति सभापति की जिम्मेदारी सौंपी गई.

विधायक कृष्णा खोपड़े ने कहा कि मनपा को आर्थिक संकट की मुक्ति से उबरने की कला विक्की से सीखनी चाहिए. क्योंकि विक्की व्यापारिक घराने से ताल्लुक रखता है, व्यापारियों को अड़चनों से निपटने का अनुभव तगड़ा होता है. दूसरी ओर नए सभापति पोहाणे का योगायोग ही कहा जाएगा. उनके पिता ने शुरू से लेकर आज तक भाजपा में सक्रिय रहे, उन्हें कुछ नहीं मिला. उनके पुत्र प्रदीप को एक ही वर्ष में लगातार तीन-तीन खुशियां मिल गई. कुछ दिनों पूर्व प्रदीप की सगाई हुई व आज स्थाई समिति सभापति बने और २५ मार्च को शादी के बंधन में बंधने वाले हैं.

विधायक सुधाकर देशमुख ने कहा कि एक छोटे कार्यकर्ता का बड़ा नेता से सम्बन्ध होना और छोटे कार्यकर्ता का बड़ा काम निकलना, इसी का जीता-जगता उदाहरण है विक्की कुकरेजा. उसका मुख्यमंत्री और गडकरी से सम्बन्ध होने के कारण मनपा की लड़खड़ाई आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाई जा सकी. विधायक सुधाकर कोहले ने कहा कि प्रदीप मेरा विद्यार्थी रहा हैं.वहीं विक्की ने लटके पड़े प्रकल्पों को भी शुरू करवाने में सफलता हासिल की. अंत में नवनिर्वाचित सभापति पोहाणे ने सर्वप्रथम विधायक खोपड़े का अपनी उपलब्धि का सम्पूर्ण श्रेय देते हुए कहा कि मुझे २४ वर्ष में नगरसेवक बनने का अवसर प्रदान किया. अनाधिकृत लेआउट में काम करते वक़्त तत्कालीन महापौर प्रवीण दटके ने काफी मदद की. मनपा प्रशासन से हुए अपने अनुभव को बयान करते हुए कहा कि नगरसेवकों को प्रशासन की लम्बी-चौड़ी प्रक्रिया से गुजारनी पड़ती है. जिसे कम होनी चाहिए. अपने कार्यकाल में सभी पक्ष के नगरसेवकों को ले कर चलूंगा. मंच संचालन बाल्या बोरकर ने किया तो आभार प्रदर्शन दिव्या धुरडे ने किया.