सवांदाता / ओमप्रकाश चुनारकर
आलापल्ली (गडचिरोली)। आलापल्ली, भामरागढ और सिरोंचा वनकर्मचारियों पर हुए अन्याय के खिलाफ गुरुवार 20 नवंबर को आलापल्ली के वनविभाग की वनसंपदा इमारत के सामने वनकर्मचारियों ने काम बंद कर आंदोलन किया.
जानकारी के अनुसार वनकर्मचारियों पर किसी भी प्रकार का कारण दिखाओ नोटिस जारी किये बगैर निलंबित करना, वनकर्मचारियों को उपवनसंरक्षक के पास से मोबाइल पर धमकी भरे संदेश, अवैध बांबु कटाई प्रकरण, क्षेत्रीय कर्मचारियों को कोई भी काम के लिए लिखित आदेश देना इस प्रकार से वनकर्मचारी तंग आ गए है. कोई भी काम बोझ ना लादे, प्रत्येक बिट वनरक्षक और क्षेत्र सहाय्यक को सहायता देना इस तरह की मांगों के लिए वनकर्मचारियों ने आंदोलन छेड़ा.
वनकर्मचारियों पर अतिरिक्त काम का बोझ डालना और कारण न देते हुए निलंबित करने की वजह से वनकर्मचारियों के काम करने की मानसिकता ख़त्म हो रही है. जिसका परिणाम वनविभाग के कार्य पर हो रहा है. इसी वजह से आलापल्ली में मोर्चा निकालकर वनसंपदा इमारत के सामने वरिष्ठ अधिकारीयों के खिलाफ नारेबाजी की गई. आलापल्ली उपवनसंरक्षक हेमंतकुमार मीना जबतक चर्चा करने यहां नहीं आते तब तक हम आंदोलन की जगह से नहीं उठेंगे ऐसा आंदोलनकर्ता वनकर्मचारियों ने कहां. आज उपवनसंरक्षक गडचिरोली जाने के बाद सहाय्यक उपवनसंरक्षक तिरपुड़े ने आंदोलनकर्ताओं से चर्चा की. लेकिन इस पर आंदोलनकर्ताओं का समाधान नही हुआ जिससे उपवनसंरक्षक मीना से मुलाकात के बाद ही आगे का फैसला होगा.
इस आंदोलन में आलापल्ली, भामरागढ और सिरोंचा वनविभाग के वनकर्मचारी शामिल हुए है.