Published On : Thu, Oct 16th, 2014

भंडारा : जिले के 53 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में बंद

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Yawatmal voting
भंडारा।
जिले में तीन विधानसभा सीटों के लिए बुधवार 15 अक्तूबर को कराए गए मतदान के दौरान मतदाता विविध केंद्रों पर पहुंचकर शांतिपूर्ण ढंग से बिना शोरगुल के अपना मताधिकार का प्रयोग किया और इसी के साथ जिले की तीन विस क्षेत्रों में चुनाव में खडे 53 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया.

भंडारा शहर में लोग सुबह 7 बजे से विभिन्न मतदान केंद्रों में पहुंचे और लाइन में लगकर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान किए. हालांकि, सुबह 9 बजे तक मात्र 5 प्रतिशत मतदाता ही केंद्रों में पहुंचकर वोट डाले थे. दोपहर तक मतदान प्रतिशत का ग्राफ धीमा रहा. 3 बजे तक 51. 33 प्रतिशत वोट पडे. लेकिन 3 बजे के बाद मतदान केंद्रों में मतदाताओं की धीरे-धीरे संख्या बढने लगी. विभिन्न मतदान केंद्रों में पहली बार मतदान करने पहुंचे मतदाताओं में खासा उत्साह देखा गया. शहर के राजीव गांधी चौक तकियावार्ड स्थित मतदान केंद्र में पहुचें अमित बंसोड ने बताया कि वह पहली बार वोंटिग किया है. उन्होंने ने बताया कि वोट डालकर अच्छा महसुस कर रहा. मतदान के बाद वोट की अहमियत का पता चला. इसी के चलते कुछ मतदाताओं के नाम मतदान सूची में नहीं होने कारण वह इस बूथ से उस बूथ तक ढूंढते पाए गए. समता नगर के निवासी स्वप्निल गजभिए ने बताया कि उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान किया था.लेकिन विधानसभा के इस चुनाव में मतदान सूची में नदारद था. इस दौरान वह काफी निराश हुए. हालांकि, उनके पास करने का पहचान कार्ड था. लेकिन चुनाव के दौरान रेलमपेल जैसा माहौल दिखाई नहीं दिया न मतदान केंद्रों के मार्गो पर मतदाताओं की सहायता के लिए कोई राजनीतिक दलों की ओर से बूथ बनाए गए, न ही उन्हें घरों से लाने-ले जाने के लिए वाहनों की व्यवस्था दिखाई दी. मतदाताओं ने शांतिपूर्वक तरीके से मतदान प्रक्रिया में भाग लेकर मतदान किया. लेकिन मतदाताओं ने बिना किसी की सहायता लिए मतदान केंद्रों तक पहुंचे और कडी सुरक्षा के बीच मतदान किया. सभी केंद्रों पर पुलिस की तगडा बंदोबस्त किया गया था. भंडारा शहर के एक मतदान केंद्र में मतदान करने पहुंचे मतदाता अपनी बारी का इंतजार करते.

भंडारा के विधानसभा क्षेत्र में इस वर्ष पहली बार 448 मतदान केंद्रों पर ईवीएम के साथ वीवीपीएटी (वोटर वैरिफिकेशन पेपर ऑडिट ट्रेल) की मशीनें लगाई गई थी. जो मतदान का विशेष आकर्षण दिखाई दे रही थी. मतदाता जैसी ही ईवीएम मशीन पर अपने चहते उम्मीदवार को वोट दर्ज करते ही उसका चित्र वीवीपीएटी पर दिखाई दे रहा था. फलस्वरूप मतदाता पूरा विश्‍वास और आश्‍चर्य से इस मशीन को निखरते नजर आए. इस मशीन से दिखाई देनेवाला चित्र कहीं से बाहर तो नहीं निकल रहा. यह ढूंढते हुए भी दिखाई दिए.यह मशीन लगाने से मतदाता अपने आप में संतुष्टि महसूस कर रहे थे. निर्वाचन आयोग की यह अच्छी पहल होने की बात बताना भी वह नहीं भूले.

जिले में हुए विधानसभा चुनाव में लोगों को सहभागिता सराहनीय थी. मुख्य निर्वाचन अधिकारी व जिलाधिकारी ने मतदान के लिए लोगों को जागृत करने के लिए सुबह से शाम तक 3 संदेश भेजे गए. शहर में दोपहर एक बजे के करीब गांधी वार्ड, राजीव गांधी चौक, ताकिया वार्ड में मतदान का प्रतिशत 10 से कम पाया गया. लोगों ने बताया कि सुबह हुई बारिश की वजह से मतदाताओं को आने में दिक्कतें पेश आई. हालांकि मतदान का प्रतिशत शाम 4 बजे के बाद संतोषजनक स्थिति में आ गया. लगभग पूरे शहर में सुबह से ही ऑटो रिक्शा से मतदान करने के लिए मुहिम चलाई जा रही थी.