नागपुर: नागपुर शहर के जिलाधिकारी कार्यालय के सेतु कार्यालय में जनवरी माह से डाक के माध्यम से प्रमाणपत्र पोस्ट की सेवा शुरू की गई थी।
अब अनिवार्य किए जाने के कारण जनवरी महीने में इस योजना को ट्रायल के रूप में शुरू किया गया था. लेकिन फरवरी महीने से इसे अनिवार्य किया गया. नागपुर जिले में फरवरी से जून महीने तक 2 लाख 91 हजार 103 लोगों के घर पहुंच सेवाएं दी गईं हैं. तो वहीं जुलाई महीने में अकेले 36 हजार 315 लोगों को पोस्ट के माध्यम से इस सेवा का लाभ मिल चुका है. इसके लिए पहले आवेदनकर्ताओं को 53 रुपए सेतु कार्यालय में देने पड़ते थे. लेकिन अब जीएसटी के तहत एक रुपया जोड़कर उन्हें इसके िलए 54 रुपए देने होते हैं.
इसके लिए भारतीय डाक विभाग से करार किया गया है. इसके तहत 30 रुपए डाक विभाग को दिए जाते हैं. जिसमें 20 रुपए जिलाधिकारी कार्यालय के सेतु कार्यालय के पास सबमिशन फीस के रूप में जमा होता हैं और चार रुपए जीएसटी टैक्स के रूप में लिए जाते हैं. वितरित किए गए प्रमाणपत्रों में सिटी सर्वे का म्युटेशन सर्टिफिकेट, विद्यार्थियों के सर्टिफिकेटों का भी समावेश है. आवेदनकर्ताओं को सभी को एसएमएस के माध्यम से एलर्ट मैसेज भी भेजा जाता है.
सेतु कार्यालय में हर साल दसवीं कक्षा के रिजल्ट और बारहवीं कक्षा के रिजल्ट आने के बाद नागपुर जिले से हजारों की तादाद में अपने जाति प्रमाणपत्र, जाति वैधता प्रमाणपत्र, इनकम सर्टिफिकेट बनवाने आते हैं. इस सेवा में विद्यार्थियों को भी शामिल किया गया. जिसके कारण सेतु कार्यालय में काफी भीड़ बढ़ जाती है. विद्यार्थियों की बढ़ती भीड़ को ध्यान में रखकर इस सेवा का लाभ विद्यार्थियों को भी मिला है. जिसके तहत इस उपक्रम से अब तक लाखों विद्यार्थियों को घर पहुंच विभिन्न प्रमाणपत्र पहुंचाए गए हैं. सेतु कार्यालय की ओर से यह दावा किया जा रहा है कि इस उपक्रम को शुरू करने के कारण सेतु में लगनेवाली भीड़ में आई है.