Published On : Mon, Dec 5th, 2022

अमित त्रिवेदी के रॉक परफॉरमेंस पर झूम उठे श्रोता

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नागपुर: सर्वश्रेष्ठ संगीतकार का राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाले गायक, वादक, संगीतकार, गीतकार अमित त्रिवेदी की ‘रॉक परफॉर्मेंस ने श्रोताओं विशेषकर युवाओं को मंत्रमु्ध कर दिया। ईश्वर देशमुख कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन के मैदान में चल रहे खासदार सांस्कृतिक महोत्सव के तीसरे दिन नौजवानों की हाउसफुल भीड़, युवतियों के ‘आई लव यू अमित’ के नारे और तालियों की गड़गड़ाहट ने कार्यक्रम को सफल बना दिया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा परिकल्पित मध्य भारत के सबसे बड़े सांस्कृतिक उत्सव के तीसरे दिन की शुरुआत देशभक्ति गीत ‘जागर राष्ट्रभक्तीचा’ के साथ हुई। श्याम देशपांडे के नेतृत्व में एक समूह ने यह कार्यक्रम प्रस्तुत किया। उन्होंने सुर संगम ताल संगम, जननी जन्मभूमि स्वर्ग से महान है जैसे गीतों की प्रस्तुति दी।

उसके पश्चात् शहरवासियों ने अमित त्रिवेदी के ‘लिव इन कॉन्सर्ट’ का लुत्फ उठाया। अमित त्रिवेदी ने नमो नमो शंकरा, भोलेनाथ शंकरा’ गीत के साथ मंच पर प्रवेश किया। युवकों ने कैमरे में अपनी तस्वीर कैद करने के लिए अपने मोबाइल फोन निकाल लिए। उन्होंने ‘रूठे ख्वाबों को मना लेंगे, ‘नैना दा कया कसूर’ जैसे कई लोकप्रिय गाने गाए। खासदार सांस्कृतिक उत्सव में मुझे आमंत्रित करने के लिए मैं नितिन गडकरी का आभारी हूं। इस मौके पर अमित त्रिवेदी ने इच्छा जताई कि देश के हर शहर में इस तरह के महोत्सव का आयोजन होना चाहिए।

‘मीट माय फ्रेंड्स’ सेगमेंट में अरुण कामत ने ‘ये फितूर मेरा’, यशिता शर्मा ने ‘मैं हरत’, मेघना मिश्रा ने ‘लव यू जिंदगी’ और देवेंद्र पाल सिंह ने ‘एक कुड़ी’ और ‘प्यार का सफर’ की प्रस्तुति दी। अन्य गायक गायिकाओं ने भी विविध सेगमेंट में प्रेम गीत गाए। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, नागपुर मेट्रो के प्रबंध निदेशक बृजेश दीक्षित, योगेश कुंभेजकर, सौम्या शर्मा, अनिल कोकाटे, एड. डॉ. आनंद परचुरे, निदेशक, दक्षिण मध्य सांस्कृतिक केंद्र, दीपक खिरवाडकर, मिकी अरोड़ा, नितिन मारिया मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन रेणुका देशकर व बाल कुलकर्णी ने किया।

खासदार सांस्कृतिक महोत्सव की सफलता के लिए आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रो. अनिल सोले, समस्त उपाध्यक्ष प्रो. मधुप पांडेय, डॉ. गौरी शंकर पराशर, अशोक मानकर, दिलीप जाधव, सचिव जयप्रकाश गुप्ता, कोषाध्यक्ष प्रो. राजेश बागड़ी, बाल कुलकर्णी, सारंग गडकरी, अविनाश घुशे, हाजी अब्दुल कादिर, संदीप गवई, संजय गुलकरी, रेणुका देशकर, एड. नितिन तेलगोटे, विलास त्रिवेदी, आशीष वंदिले, चेतन कैरकर, भोलानाथ सहारे, किशोर पाटिल, मनीषा काशीकर आदि परिश्रम कर रहे हैं।