नागपुर: अमरावती रोड स्थित राष्ट्रसंत टुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के कैम्पस परिसर में एक मंदिर को तोड़ने का विवाद बढ़ने की वजह से तनाव की स्थिति निर्माण हो गई थी. जिसके बाद एनएसयूआई के विद्यार्थी संगठन और विद्यार्थियों ने इस घटना का विरोध करते हुए उपकुलपति से इस्तीफे की मांग भी की थी. इस मामले ने जब ज्यादा तूल पकड़ा तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस बल भी बुलाया गया था. जिसके बाद उपकुलपति ने संगठन के हित में निर्णय लेते हुए मंदिर को बनाने की अनुमति दी. पुलिस की देखरेख में संगठन के पदाधिकारी और विद्यार्थियों द्वारा इस मंदिर का पुर्ननिर्माण किया गया. यह मंदिर कैंपस कैंटीन के पास स्थित है.
विश्वविद्यालय उपकुलपति से जब संगठन और विद्यार्थी मिले तो उन्होंने जानकारी दी की उनके आदेश के बाद ही मंदिर तोड़ा गया था. जिसके बाद उन्होंने फिर से मंदिर बनाने की अनुमति दी. विद्यार्थी संगठन की ओर से निर्माण सामग्री रेती, गिट्टी, ईंटे लाकर यह कार्य पूरा किया गया.
लगभग रात ग्यारह बजे तक यह निर्माण कार्य चला. कार्य पूरा होने पर सभी मौजूद संघटनों की और से लड्डू बाटकर एक दूसरे को बधाई दी गई. इस दौरान एनएसयूआई के अभिषेक सिंह, अजित सिंह, यूथ कांग्रेस के धीरज पांडे, आनंद तिवारी, राविंका के शहराध्यक्ष शैलेन्द्र तिवारी मौजूद थे. इस पूरे आंदोलन में बजरंग दल के राजेश शुक्ला, विशाल पुंज समेत अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित थे.