एसटी बसों के समय पर नहीं चलने से थे खफा
तिवसा (अमरावती) । तिवसा-चांदुर रेलवे मार्ग पर समय पर बस नहीं मिलने से परेशान स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों ने समय पर बस चलाने की मांग को लेकर दो घंटे तक तिवसा-चांदुर रेलवे मार्ग पर चक्का-जाम आंदोलन किया. इस आंदोलन के चलते इस क्षेत्र में दो घंटे तक यातायात ठप रहा.
ज्ञापन सौंपा, अनुरोध किया
तिवसाा में अनेक शिक्षा संस्थाएं हैं. स्कूल-कॉलेज हैं. इसके चलते ग्रामीण भागों के अनेक विद्यार्थी यहां पढ़ने के लिए आते हैं. विद्यार्थियों को पिछले कुछ महीनों से एसटी बसें समय पर मिल ही नहीं पा रही है. बसों के नियमित रूप से और समय पर चलाने की मांग को लेकर विद्यार्थियों ने अनेक दफा एसटी महामंडल के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा,
अनुरोध किया, मगर कुछ नहीं हो पाया. ग्राम वाठोड़ा सहित अन्य गांवों में सुबह 7 बजे के दौरान पहुंचने वाली एसटी बस दो घंटे देरी से पहुंच रही थी. इससे विद्यार्थियों को निजी वाहनों से या फिर जो भी वाहन मिल जाए उसी से स्कूल-कॉलेज जाना पड़ रहा था. इससे पैसा और ऊर्जा दोनों व्यय हो रही थी.
आश्वासन के बाद टूटा आंदोलन
इससे गुस्साए ग्रामीण भागों के विद्यार्थियों ने तिवसा-चांदुर रेलवे मार्ग पर वाठोड़ा के निकट सुबह 8 से 10 बजे तक दो घंटे एसटी बस को रोककर चक्का जाम आंदोलन कर दिया. तिवसा बस डिपो के व्यवस्थापक प्रतीक मोहोड़ ने वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की और चांदुर रेलवे बस डिपो के व्यवस्थापक के चांदुर रेलवे से सुबह 6 बजे बस चलाने का आश्वासन देने के बाद कहीं विद्यार्थियों ने आंदोलन वापस लिया.
….तो फिर सांकेतिक अनशन
आंदोलन में छात्रसंघ के सचिव सूरज दहाट, लुकेश केने, विकास केने, गौरव पोल्हाड, सागर कांडलकर, पायल निर्गुले, प्रणाली ठाकरे, स्वाती इंगोले, दिपाली निर्गुले, सागर घाटोल, महेश धामणकर, गोपाल केने सहित अनेक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया. सूरज दहाट ने यह भी कहा कि अगर एसटी महामंडल प्रशासन का आश्वासन पूरा नहीं किया जाता है तो 2 अक्तूबर को फिर इसी मार्ग पर सांकेतिक अनशन किया जाएगा.