भद्रावती (चंद्रपुर)। ऐतिहासिक महत्व समझे जाने वाले भद्रावती भवानी,चंडिका और महिषासुर मर्दिनी इन देवियों के पुरातन मंदिर में नवरात्र के पावन अवसर पर शहर में उत्साह का वातावरण रहता है. इस समय भक्तगण इन तीनों मंदिर में दर्शन के लिए आतें है. पुराने सरकारी अस्पताल परिसर में भवानी माता का प्राचीन मंदिर एक गुफा में है. मंदिर में चार फुट ऊंची भवानी माता की आकर्षक मूर्ति है. गुफा में एक सभागृह और तीन गर्भागृह ऐसी मंदिर की संरचना है. पहले गर्भागृह में भवानीमाता, दूसरे गर्भागृह में सुप्रसिद्ध जैन मंदिर के समीप चंडिका माता का काफी पुरातन और आकर्षक मंदिर है.
छह फुट खड़ी चंडिका माता की मूर्ति अति आकर्षक है. निसर्गरम्य भहगिरी पर्वत पर महिसासुर मर्दिनी माता का पुरातन मंदिर है. करीब तिन फुट ऊँची महिसासुर मर्दिनी माता की मूर्ति है. इस मूर्ति के समीप ही तिन बहनों की आकर्षक मूर्ति है.इस मंदिर की ओर समय के साथ ध्यान नहीं गया लेकिन अभी मंदिर को अच्छे दिन आये है. इस पर्वत पर पत्थर निकालने के लिए ठेकेदार सुरंग विस्पोट करते है. जिससे मंदिर को दरार पड़ रही है. इस जगह बिजली, पिने के पानी की और पर्वत पर चढ़ने के लिए मार्ग की व्यवस्था हो गयी है.
नवरात्री के समय पर इन तिनों मंदिर तथा परिसर में अत्यंत सुंदर सजावट की जाती है. यहां पर स्थानिक तथा बाहर से भक्तगण बड़ी संख्या में दर्शन के लिए आते है. उनके लिए हर साल महाप्रसाद का वितरण किया जाता है.