Published On : Sat, Sep 7th, 2019

एसएनडीएल ने मीटर टेस्टिंग के पैसे तो लिए लेकिन महीने भर से नहीं किए गए चेक

Advertisement

SNDL Nagpur

नागपुर: नागपुर की बिजली वितरण करनेवाली कंपनी भले ही घाटे के कारण जाने का बन बना चुकी है. लेकिन इसकी लापरवाही और सैकड़ो नागरिको से मीटर टेस्टिंग के लिए पैसे लिए जाने के बाद भी नागरिको के मीटर अब तक टेस्ट नहीं किए जाने की जानकारी सामने आयी है. अगर मीटर में ग्राहक को कोई अड़चन होती है तो ग्राहक को एसएनडीएल के ऑफिस में मीटर टेस्टिंग के लिए 236 रुपए भरने पड़ते है.

कई नागरिको ने इसके लिए पैसे भरकर रसीद ली है. ग्राहकों का कहना है की मीटर टेस्टिंग के पैसे भरने के बाद कंपनी के कर्मचारियों की ओर से कहा गया था की 10 दिनों के भीतर वे आएंगे और घर का मीटर चेक करेंगे. लेकिन 1 महीना होने को आ रहा है लेकिन अभी तक किसी भी तरह से कर्मचारियों ने उनके घर के मीटर चेक नहीं किए है और अब ऐसे में कंपनी की जाने की खबर के बाद ग्राहकों की यह मांग है की उनसे लिए गए मीटर टेस्टिंग के पैसो को बिल में माइनस किया जाए.

Gold Rate
09 May 2025
Gold 24 KT 96,800/-
Gold 22 KT 90,000/-
Silver/Kg 96,500/-
Platinum 44,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

दरअसल बिजली वितरण करनेवाली फ्रैंचाइज़ी एसएनडीएल कंपनी ने कुछ दिन पहले घाटे में होने के कारण और आगे कंपनी चलाने में असमर्थता जताई थी. इसका पत्र भी उन्होंने महावितरण और सरकार को दिया है. वेंडरो का लाखो का पेमेंट नहीं मिलने की वजह से उन्होंने काम बंद आंदोलन भी किया है. इसके सैकड़ो कर्मचारी कंपनी के पैमेंट नहीं देने की वजह से परेशान है. लेकिन इन कर्मचारियों से ज्यादा परेशान शहर के लाखो ग्राहक हुए है. जिस तरह से नागरिको को 2011 के बाद से कंपनी ने भारी भरकम बिल भेजने शुरू किए इससे नागरिको का बिल भरना भी मुश्किल हो गया था. एसएनडीएल के ऑफिस में पहुंचने के बाद जब ग्राहक अपनी परेशानी बताता था तो इन कर्मचारियों की ओर से भी ग्राहकों की कोई सुध नहीं ली जाती थी.

नागरिको को अब डर लग रहा है कई एसएनडीएल की जगह दूसरी निजी कंपनी को ले आए सरकार
भले ही नागरिकों की ओर से कंपनी के जाने से राहत की सांस ली जा रही है. लेकिन कई ग्राहकों का यह भी कहना है की एसएनडीएल के जाने के बाद कही सरकार दूसरी कंपनी को यह टेंडर न दे. जिससे की फिर एकबार परेशानी झेलनी पड़े.

Advertisement
Advertisement