Published On : Thu, Mar 29th, 2018

महाराष्‍ट्र: दो घंटे तक इंतजार करते रहे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, ‘व्यस्त’ सीएम ने नहीं दिया मिलने का समय

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मुंबई: महाराष्ट्र की सियासत के दो पुराने दोस्तों के बीच की तल्खी लगातार बढ़ती ही जा रही है। भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच खराब हो रहे रिश्तों की कड़ी में बुधवार (28 मार्च) को एक और वाकया जुड़ गया। जब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को सीएम देवेन्द्र फडणवीस से मुलाकात करने के लिए दो घंटे से भी ज्यादा इतंजार करना पड़ा। लेकिन ‘व्यस्त’ देवेन्द्र फडणवीस ने मिलने का समय नहीं दिया।

उद्धव ठाकरे सीएम से मिलने विधान भवन के नजदीक स्थित पार्टी ऑफिस शिवालय पहुंचे थे। बता दें कि दोनों के बीच मीटिंग के लिए अप्वाइंटमेंट पहले से तय था। फिर भी उनकी मुलाकात नहीं हो सकी क्योंकि सीएम विधानभवन में व्यस्त थे। शिवसेना चीफ के साथ इस तरह के व्यवहार से पार्टी नेता बेहद खफा हैं, टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि इससे यह पता चलता है कि बीजेपी अपने सहयोगियों के साथ कैसा व्यवहार करती है। खास बात यह है कि इसी दौरान फडणवीस शिवसेना के बागी रहे नारायण राणे से मिले। इसकी जानकारी होने के बाद शिवसेना के नेता आग बबूला हैं।

बता दें कि उद्धव ठाकरे ने इसी हफ्ते सीएम से मिलने की मोहलत मांगी थी। शिवसेना चीफ फडणवीस के साथ विधायकों को फंड आवंटन से जुड़े मुद्दे के अलावा दूसरी अहम चीजों पर बात करना चाहते थे। बुधवार वह उद्धव ठाकरे तय वक्त पर शिवालय पहुंचे लेकिन सीएम ऑफिस ने फडणवीस की व्यसतता का हवाला देकर उन्हें आधा घंटे तक इंतजार करने को कहा और बताया कि सीएम विधानसभा में एक अहम मुद्दे पर जवाब दे रहे हैं। इस बीच नारायण राणे विधानभवन पहुंचे, राणे को मुख्यमंत्री से कुछ काम था, दोनों के बीच मुलाकात भी हुई। इस बात की जानकारी शिवसेना के मंत्रियों को होने पर उन्होंने भी दोनों के बीच मुलाकात कराने की कोशिश की।

शिवालय में दो घंटे तक इंतजार करने के बाद उद्धव ठाकरे ने सीएम ऑफिस को सूचना भिजवाई कि वह अब अपने अगले अप्वाइंटमेंट के लिए जा रहे हैं। इस घटना पर बीजेपी के एक नेता ने कहा कि सीएमओ में कुछ गड़बड़ी हुई है। बीजेपी के मत्री ने कहा, “देवेन्द्र जी सेना अध्यक्ष के साथ इस तरह का बर्ताव कभी नहीं कर सकते हैं। हालांकि बाद में दोनों नेताओं के बीच लंबी मुलाकात हुई, और सीएम ने शिवसेना प्रमुख को भरोसा दिलाया कि उनके द्वारा उठाये गये मुद्दों का वह समाधान करेंगे।