Published On : Thu, Apr 12th, 2018

साधु-संतों को राज, दंगों पर सफाई देने नागपुर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज

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प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने पर भी चर्चा, नरोत्तम मिश्रा का नाम आगे

नागपुर: मध्य प्रदेश में गर्मायी राजनीति के बीच बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सहित प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार चौहान, पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह सहित अन्य एक करीबी नेता नागपुर पहुंचे। अचानक नागपुर पहुंचे मुख्यमंत्री चौहान सीधे संघ मुख्यालय में दाखिल हुए।

यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह भैय्याजी जोशी के साथ लगभग डेढ़ घंटे बंद द्वार चर्चा चली। बैठक में प्रदेश की राजनीति पर गहन चर्चा हुई। खासकर हाल में पांच साधु संतों को राज्यमंत्री का दर्जा देने और दलित आंदोलन के बाद ग्वालियर, भिंड सहित अन्य जगहों पर भड़की हिंसा को लेकर प्रदेश में राजनीति गर्मायी है।

साधु संतों को राज्यमंत्री का दर्जा देने को लेकर हाईकोर्ट ने भी टिप्पणी की है। जिससे मामला काफी गंभीर बन गया है। दलित आंदोलन के बाद भड़की हिंसा के बाद भी प्रदेश सरकार कटघरे में है। इसे लेकर संघ ने सरकार के साथ मंत्रणा की। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने अपने तरीके स्पष्टीकरण देने की कोशिश की। हालांकि मुख्य मुद्दा पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बदलने का रहा। फिलहाल नंदकुमार चौहान मध्यप्रदेश में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष है। इन्हें बदलने की चर्चा काफी दिनों से जारी है।

चर्चा के दौरान संघ ने नये प्रदेश अध्यक्ष के रुप में राज्य के संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम आगे किया। हालांकि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह द्वारा इस नाम पर असहमति जताने की जानकारी है। असहमति के बाद नरोत्तम मिश्रा के नाम पर अंतिम मुहर नहीं लग पायी। फिलहाल डेढ़ घंटे चली चर्चा में और अन्य मुद्दों पर भी बातचीत होने की जानकारी है। 7 बजे से 8.30 बजे तक यह बैठक चली। इसके बाद मुख्यमंत्री चौहान व अन्य नेताओं ने संघ मुख्यालय में भोजन किया और 9 बजे नागपुर विमानतल की ओर रवाना हो गए। फिलहाल संघ में हुई इस बैठक से मध्य प्रदेश की राजनीति प्रभावित होने की जानकारी है। सभी संघ के मिले निर्देशों की ओर ध्यान लगाए हुए है।