नागपुर: राष्ट्रीय शिक्षा संशोधन तथा प्रशिक्षण संस्था अर्थात एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम इस बार फिर विवादों में घिरता नजर आ रहा है। अब एनसीईआरटी के कक्षा 7वीं की इतिहास पुस्तक ‘हमारा अतीत-2 ’ शिवसेना के विधायक दलों के निशाने पर है। शनिवार को शिवसैना विधायकों ने विधान भवन परिसर में सरकार विरोधी नारेबाजी कर एनसीईआरटी द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज की तस्वीर नहीं छापे जाने को लेकर विरोध दर्शाय।
विधायकों में भरतशेठ गोगावले ने कहा कि इस पुस्तर के पेज नंबर 154 में केवल 6 लाइनों में परिचय दिया गया है। पाठ्यपुस्तक में शिवाजी को महाराज कहकर संबोधित ना किए जाने को लेकर इसका निशेष उन्होंने किया। केवल यही नहीं इस पुस्तक में शिवाजी के बजाए जुल्मी मुगलशासक की तलवार की फोटो डाली गई है। एक हत्यारे और जुल्मी शासक की फोटो डालकर शिवाजी महाराज की फोटो ना डालते हुए जगह खाली छोड़ना शिवाजी का अपमान है। इस विरोध प्रदर्शन के दरम्यान प्रकाश आविटकर, सुभाष भोईर, राजेश क्षिरसागर, मनोज भोईर, उल्हास पाटील व अन्य विधायकों का समावेश रहा।