नागपुर: ऑनलाइन का दावा करने वाली मनपा प्रशासन और सत्तापक्ष कागजों तक सिमित हैं.इसका ताजा उदाहरण मनपा की पोर्टल पर दिख रहा.शांतनु गोयल मनपा में तैनात हुए और सप्ताह भर में भंडारा बतौर कलेक्टर भेज दिए गए.लेकिन मनपा पोर्टल पर आज भी गोयल मनपा के अतिरिक्त आयुक्त -२ दर्शाया जा रहा.
जनता ने ‘मैन्युअल’ आवेदन,कर आदि की पेशकश की तो उसे ‘अपडेटेड’ ढंग से घूरते हैं.उसे डपट लगाकर अनपढ़ तक की संज्ञा दे दी जाती हैं.लेकिन मनपा का आलम यह हैं कि मनपा में ऑनलाइन सुविधा लेसमात्र हैं.जहाँ हैं कब ठप होंगी,बताया नहीं जा सकता। संपत्ति कर की ऑनलाइन आजतक शत-प्रतिशत सफल हो पाई.
स्मार्ट सिटी की नियुक्तियां के आवेदन भी सरकारी पोर्टल पर जारी की जाती,ताकि जिन्हें रखना हैं वे ही आवेदन कर सके.जबकि आम नागरिक-बेरोजगार लोकल मीडिया पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करते हैं.
मनपा पोर्टल को व्यवस्थित करने की जिम्मेदारी यूँ तो मनपा जनसम्पर्क विभाग की होनी चाहिए लेकिन उन्हें फुर्सत नहीं होने से हमेशा ठप सी रहती हैं.
नए मनपा आयुक्त ने इस ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।
