शून्यकाल में राज्यसभा में उठाया मुद्दा
नागपुर: बढ़ती हुई जनसंख्या को राष्ट्रीय आपातकाल मानकर उसके नियंत्रण के लिए युद्ध स्तर कार्य होना चाहिए ,इसके लिए एक आयोग की स्थापना की जाए यह बात राज्यसभा सांसद पद्मश्री डॉ विकास महात्मे ने शून्यकाल के दौरान राज्यसभा में कही। डॉ महात्मे ने कहा की अगर हम अपनी जनसंख्या का विचार करते है तो दो तरह की विचारधाराएं दिखाई देती ।
एक विचारधारा कहती है कि सबसे बडा मनुष्यबल भारत के पास है और यह अपने आप मे बडी उपलब्धि है क्यों कि यह मनुष्यबल काम करेगा और देश आगे बढेगा। दूसरी विचारधारा जिससे मै स्वंय सहमत हूँ वह यह कि बढती हुई आबादी को जनसंख्या विस्फोट भी कहा जा सकता है जो कभी भी फट सकता है। हमारे संसाधन , काम मिलने के अवसर, हमारी जरूरते और हमारी जनसंख्या इसमें कोई समतौल नही है ।
अक्सर देखा गया है कि गरीब या आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों मे बच्चों की संख्या बहुत अधिक होती है जब की उनके पास इन बच्चों के पालन, शिक्षा के लिए संसाधन नहीं होते ,जिसके कारण कुपोषण स्तर बढ़ रहा हैं। दूसरी तरफ शिक्षित परिवार है जिनके पास संसाधन है लेकिन उनके बच्चे अक्सर एक या दो ही होते है । इससे सामाजिक विषमता बढती ही जाती है । उन्होंने कहा हर 3 माह में हम एक इजराइल ,हर 6 माह में एक स्विजरलैंड और एक साल में एक ऑस्ट्रेलिया पैदा करते है ।