नागपुर – शहर में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है और हत्या की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। आज सुबह एक बार फिर नागपुर को दहला देने वाली घटना सामने आई, जब मामूली विवाद के चलते एक 22 वर्षीय युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना ने नागपुर पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, रविवार सुबह करीब 10:30 बजे जरिपटका थाना क्षेत्र के तथागत चौक पर यह दर्दनाक घटना घटी। बताया जा रहा है कि एक आईसर (मिनी ट्रक) गाड़ी का ड्राइवर और मजदूर सिग्नल पर वाहन मोड़ने के मुद्दे पर आपस में भिड़ गए। मामूली बहस ने अचानक हिंसक रूप ले लिया। इसी दौरान, एक अज्ञात शख्स ने अपनी जेब से चाकू निकालकर अर्जुन अतुल दहाड़े (22) पर ताबड़तोड़ वार कर दिए।
गंभीर रूप से घायल अर्जुन को तत्काल स्थानीय नागरिकों की मदद से इंदिरा गांधी शासकीय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। युवक की दर्दनाक मौत से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। घटना के बाद तथागत चौक व आसपास के इलाकों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और सड़क पर भारी ट्रैफिक जाम लग गया।
घटना की सूचना मिलते ही नागपुर शहर पुलिस, क्राइम ब्रांच यूनिट और कपिल नगर पुलिस थाना की टीमें मौके पर पहुंचीं और जांच प्रारंभ कर दी। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं, लेकिन खबर लिखे जाने तक आरोपी फरार था। आरोपी की तलाश के लिए पुलिस की कई टीमें गठित कर दी गई हैं।
इस हत्या ने एक बार फिर नागपुर में कानून व्यवस्था को लेकर आम नागरिकों की चिंताओं को बढ़ा दिया है। शहरवासियों में पुलिस की निष्क्रियता के प्रति गहरी नाराजगी देखी जा रही है। रविवार की छुट्टी के बावजूद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को घटनास्थल का निरीक्षण करना पड़ा।
सवाल उठता है:
जब मामूली विवाद भी खून-खराबे में तब्दील हो रहे हैं, तो क्या नागपुर पुलिस शहर में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में सक्षम है? मृतक अर्जुन दहाड़े की निहायत मामूली वजह से गई जान ने नागपुरवासियों के दिलों में दहशत और चिंता दोनों भर दी है।