Published On : Sun, Mar 22nd, 2020

30 अप्रैल तक स्कूलों महाविद्यालयों में छुटियां घोषित हो

Advertisement

अखिल भारतीय ग्राहक कल्याण परिषद की ,सर्वोच्च न्यायालय, प्रधान मंत्री ,उच्च न्यायालय ,और मुख्यमंत्री से मांग। नागपुर, पूरे विश्व मे कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से दहशत और डर का वातावरण फैल रहा है।महाराष्ट्र में 31 मार्च तक स्कूलों ,विद्यालयों में छुट्टी घोषित की गई है।

31 मार्च तक ट्रेन सेवा स्थगित की गई है।22 मार्च को जनता कर्फ्यू का आव्हान प्रधानमंत्री द्वारा किया गया महाराष्ट्र के अनेक शहरों में ब्रेक डाउन किया गया है जीवनश्यक वस्तुओ को छोड़ सभी बाजार, उद्योगों को बंद कर दिया गया है। देश मे कोरोना वायरस तेजी से पसर रहा है।

ऐसी स्तिथि में अखिल भारतीय ग्राहक कल्याण परिषद ने देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी,सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश ,गोआ के मुख्य न्यायधीश ,महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धवजी ठाकरे ,सचिव,सामान्य प्रशासन, नागपुर के कलेक्टर रविंद्रजी ठाकरे को पत्र लिख सनुरोध आग्रह किया है कि शालाओं, विद्यालयों, महाविद्यालयों, न्यायालयों इत्यादि में 30 अप्रेल तक शासकीय अवकाश घोषित की जायें,और शालाओं की सभी अंतर्गत परीक्षाओं को 1 मई के बाद ली जाए। 1 मई के पूर्व छुटियां घोषित की जाए

अखिल भारतीय ग्राहक कल्याण परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारणी की सभा आयोजित हुई।जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाशभाई मेहाड़िया के आकस्मिक निधन से सभी सदस्यों ने खड़े होकर मौन श्रद्धांजलि दी।ततपश्चात उनके निधन से रिक्त पद पर राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर सर्वानुमति से अश्विनभाई मेहाडिया की करतलध्वंन से राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति की गयी। जिसका प्रस्ताव सुभाष अग्रवाल ने किया।अनुमोदन माधुरी केदार प्रताप मोटवानी और प्रो विजय केवलरमानी ने किया ।

सभा की अध्यक्षता नवनियुक्त अध्यक्ष अश्विनभाई मेहाडिया ने की सभा में राष्ट्रीय महासचिव देवेंद्र तिवारी,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रताप मोटवानी, सुभाष अग्रवाल,प्रो विजय केवलरमानी, माधुरी केदार ,(गडचिरोली), वर्षा निकम ,किरण यादव (यवतमाल) ,रंजीता नवघरे,रजनी चौधरी,और रमेश लालवानी उपस्तिथ थे।

अध्यक्ष अश्विनभाई मेहाडिया, महासचिव देवेंद्र तिवारी ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारणी में सर्वानुमति से यह तय किया गया कि सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश, प्रधानमंत्री नरेंद्र जी मोदी एवम संबंधित सभी प्रशासकीय पदाधिकारियों को अविलंब पत्र लिखकर यह मांग की जाए कि इमरजेंसी छुटियां 30 अप्रेल तक घोषित की जाए ,10 वी और 12 वी की बोर्ड की परीक्षा के अलावा न्यायालय, शैक्षणिक,शासकीय कार्यालय की छुटियां घोषित करने के साथ सावधानी बरतने का प्रशासकीय निर्णय लिया जाए।ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित कर शालेय परीक्षाओ का टाइम टेबल घोषित किया जाए।
1 मई तक छुटियां घोषित हो 8 मई से परीक्षा होनी चाहिए ,25 मई तक रिजल्ट घोषित हो , और नया सत्र 6 जुलाई को प्रारम्भ हो।

साथ ही यह भी पत्र में मांग की जाए 1 मई को जो जनगणना का कार्य तय हुआ है उसे 25 मई से 5 जुलाई 2020 तक करे, नया वितीय जमा खर्च 15 मई तक बढ़ाया जाए।

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रताप मोटवानी ने बताया कि सरकार ने 1 से आठवीं तक छात्रों को बिना परीक्षा उतीर्ण करने की घोषणा की है। वर्तमान में बच्चों को छुटियां होने से वह पढ़ाई कर परीक्षा की तैयारी कर सकते है

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुभाष अग्रवाल और प्रो विजय केवलरमानी ने बताया कि पत्र में यह भी मांग की गई है कि प्रशासकीय कार्यालयों ,सार्वजनिक स्थानों पर 2/3 घंटे कार्य हो रहा है।

बाजारों में सन्नाटा छाया है।अतः30 अप्रेल तक छुटियां घोषित कर यह आदेश तुरंत जारी कर प्रकाशित करने का निवेदन उपरोक्त सभी संबंधित सरकारी, शासकीय विभाग से जुड़े सभी को पत्र लिख आव्हान किया जाने का राष्ट्रीय कार्यकारी सभा मे सर्वानुमति से तय किया गया।

नवनियुक्त अध्यक्ष अश्विनभाई मेहाडिया ने सभा मे प्रो विजयकुमार केवलरमानी को नागपुर जिल्हे का और रजनी चौधरी को विदर्भ महिला विभाग का अध्यक्ष घोषित किया।

महासचिव देवेन्द्र तिवारी ने पुष्पगुच्छ देकर उनका सत्कार किया।सभा मे उपस्तिथ पदाधिकारियो के अलावा सर्वश्री सुनीता पांडेय,यशवंत इटंनकर,ज्योति जनबन्धु, अर्जुन जेजुरे (मनमाड), आर लक्ष्मी (हैदराबाद),इभा विश्वास (भंडारा),प्रतिभा माकडे,विनायक राव देशमुख,अरुण चादुरकर, एडवोकेट गौरवसिंग शेंगर प्रमुखता से उपस्तिथ थे।

अंत में आभार और धन्यवाद प्रस्ताव सहसचिव रंजीता नवघरे ने व्यक्त किया।।