नागपुर: नागपुर शहर में उच्च न्यायलय के आदेश पर अतिक्रमणवाले धार्मिक स्थलों को हटाने की कार्रवाई की जा रही है. जिसके मद्देनजर प्रशासन द्वारा मंदिरों और बौद्ध विहारों को तोड़ा जा रहा है. ऐसे में शहर के नागरिकों की ओर से धार्मिक स्थलों को तोड़ने का विरोध बढ़ता ही जा रहा है. शहर के करीब 1504 धार्मिक स्थलों को तोड़ा जाना है. जिसमें 132 के करीब बौद्ध विहार भी शामिल हैं. जिसके कारण बौद्ध विहारों को बचाने के उद्देश्य से संविधान चौक पर बुद्ध विहार समन्वय समिति और सहयोगी संगठनों द्वारा 1 से 6 अगस्त तक धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. जिसमें बड़ी तादाद में शहर के नागरिक भी मौजूद हैं. 6 दिनों तक चलनेवाले इस धरने में भदन्त सुरेई ससाई भी मौजूद हैं. धरना दे रहे लोगों का कहना है कि अतिक्रमण में अगर कोई धार्मिक स्थल है तो उसे हटाने के लिए किसी का भी विरोध नहीं है. लेकिन बस्तियों के अंदर स्थित बौद्ध विहारों को भी तोड़ने का प्रशासन का षड़यंत्र है.
Published On :
Sat, Aug 4th, 2018