रेत माफ़िया ने नायब तहसीलदार को टिप्पर से रौंदने का किया प्रयास
बिना रॉयल्टी चुकाए शहर में रेती लाने वालों को पकड़ने के लिए तैनात थे राजस्व विभाग के अधिकारी
नागपुर: भंडारा से अवैध रूप से उत्खनन कर नागपुर रेत ला रहे वाहन चालक ने राजस्व विभाग के नायब तहसीलदार को वाहन के नीचे रौंदने का प्रयास किया। मंगलवार सुबह नागपुर-गढ़चिरोली मार्ग पर उमरेड के पास रेलवे क्रॉसिंग पर मंगलवार सुबह राजस्व विभाग के अधिकारी वाहनों की जाँच कर रहे थे। इस दौरान एमएच 40 बीजे -0424 क्रमांक के टिप्पर पर जाँच कर रहे अधिकारियों को शक हुआ। नायब तहसीलदार योगेश शिंदे ने टिप्पर को रोकने का इशारा किया। लेकिन वाहन के ड्राईवर ने स्पीड़ बढ़ाते हुए वाहन शिंदे पर चढाने का प्रयास किया।
उन्होंने जल्द सड़क किनारे छलांग लगाकर जैसे तैसे अपनी जान बचाई। इतने में ही पास खड़े उमरेड के तहसीलदार प्रमोद कदम टिप्पर को रोकने के लिए उस पर झूल गए। और वह 15 किलोमीटर तक लटके ही रहे। जिसके बाद वाहन की गति धीरे हुई तो उन्होंने कूद कर अपनी जान बचाई। इस घटना की खबर उनके कार्यालय में लगी जिसके बाद तहसील कार्यालय के अधिकारी कर्मचारियों ने काम बंद कर आरोपियों की गिरफ़्तारी की माँग करते हुए आंदोलन शुरू कर दिया। इस घटना पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। इस घटना में तहसीलदार और नायब तहसीलदार की जान बाल बाल बची। लेकिन ये घटना बताई है की शहर में अवैध कामो से जुड़े आरोपियों से हौसले कितने बुलंद है।
उच्च न्यायालय ने नागपुर जिले में रेती घाटों की नीलामी प्रक्रिया में रोक लगाई है। जिस वजह से बड़े पैमाने पर बिना रॉयल्टी चुकाए रेत भंडारा से शहर में लायी जाती है। जिसकी जाँच के लिए राजस्व विभाग के कर्मचारी और अधिकारी शहर की सीमाओं में जाँच पड़ताल करते है। लेकिन मंगलवार को हुए घटनाक्रम में दो अधिकारियो की जान जाते जाते बची।