अधूरे शिक्षा के अधिकार, गणवेश और पुस्तक द्वारा किया निषेध
नागपुर– भारत सरकार के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना आज़ाद की जयंती नियमित राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया गया.आरटीई एक्शन कमिटी द्वारा वर्किंग कमिटी के कार्यालय में आरटीई एक्शन कमेटी के चेयरमैन शाहिद शरीफ़ तथा वर्किंग कमेटी के समन्वयको की उपस्थिति में कार्यक्रम किया गया.
जिसमें मौलाना आज़ाद के तैल चित्र मैं माल्यार्पण कर उनकी पुण्यतिथि मनाई गई और मुफ़्त शिक्षा का अधूरा अधिकार जिसमें आज तक बालकों को गणवेश और पुस्तकों से सरकार द्वारा वंचित रखा गया है.
इस दौरान शाहिद शरीफ ने कहा की राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के अवसर में देश शिक्षा दिवस का आयोजन कर रहा है. लेकिन मुफ़्त शिक्षा के अधिकार के अंतर्गत प्रवेश प्राप्त बालक बुनियादी शिक्षा सामग्री से आज भी वंचित है. आठ साल पूरे होने के बाद भी अब तक अधिकार अधूरे हैं.
इस समय स्कूली गणवेश और पुस्तक नहीं देने पर निषेध भी किया गया. इस अवसर पर वर्किंग कमेटी के समन्वयक विलास तीजारे, भोजराज देशमुख, राकेश पटिल, प्रफुल्ल डेधरे, कमल नामपल्लीवार, मूर्ति मटे, अमरदीप सोमकुंवर, ज्ञानेंद्र तिवारी, कृष्णा मंडली, प्रियंका जुमाडै, मनोज कार्मोरे, महेश ठाकरे, और मनीष ठाकरे,एम. ए. रफ़ी मौजूद थे.